चीन का अंतरिक्षयान चंद्रमा की सतह पर उतरा, लाएगा चट्टानों के नमूने
चंद्रमा पर भेजा गया लैंडर दो दिन में सतह से दो किलोग्राम चट्टान और धूल के नमूने एकत्र करेगा.
बीजिंग:
चीन का एक अंतरिक्ष यान चंद्रमा से चट्टान के नमूने पृथ्वी पर लाने के उद्देश्य से चंद्रमा की सतह पर उतरा. चीन की सरकार ने यह जानकारी दी. 1970 के बाद से चंद्रमा से नमूने एकत्र करने का यह पहला अभियान है. चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन की ओर से कहा गया कि 'चांगए-5' अंतरिक्ष यान, निर्धारित स्थान पर रात 11 बजे (जीएमटी अपराह्न तीन बजे) के कुछ देर बाद सफलतापूर्वक उतरा. लैंडर को 24 नवंबर को हैनान द्वीप से प्रक्षेपित किया गया था.
चंद्रमा पर भेजा गया लैंडर दो दिन में सतह से दो किलोग्राम चट्टान और धूल के नमूने एकत्र करेगा. इसके बाद नमूनों को कक्षा में भेजा जाएगा और वहां से इन नमूनों को 'रिटर्न कैप्सूल' के जरिए पृथ्वी पर लाया जाएगा. योजना के अनुसार, महीने के मध्य तक अंतरिक्ष यान मंगोलिया में उतरेगा. यदि यह अभियान सफल रहता है तो 1970 के बाद से चंद्रमा से चट्टान के ताजा नमूने एकत्र करने वाला यह पहला सफल अभियान होगा.
'चांग ए-5’ चीन के अंतरिक्ष इतिहास में सबसे जटिल और चुनौतीपूर्ण मिशनों में से एक है. साथ ही यह 40 से अधिक वर्षों में चांद से नमूने एकत्र करने संबंधी दुनिया का पहला अभियान है. अमेरिका ने वर्षों पूर्व चांद से नमूने एकत्र करने के लिए अंतरिक्ष यात्री भेजे थे, जबकि सोवियत संघ ने मानवरहित यान भेजा था. ये यान चंद्रमा से पृथ्वी पर लौटकर आए थे. यह चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम का अब तक का सबसे जटिल मिशन है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें