logo-image

तारों के निर्माण में गैलेक्सी की मदद करते हैं ब्लैक होल- शोध

ब्रह्मांड को तभी समझा जा सकता है जब ब्लैकहोल की गतिविधियों से नियंत्रित होने वाले गैलेक्सी के विकास को समझा जाए.

Updated on: 13 Jun 2021, 01:08 PM

highlights

  • इस अध्ययन के नतीजे नेचर में प्रकाशित हुए हैं
  • ब्लैकहोल का चुंबकीय क्षेत्र करता है मदद 

नई दिल्ली:

अंतरिक्ष अपने विशालकाय आकार की ही तरह अनगिनत रहस्य समेटे हुए है. अब तारों के निर्माण में ब्लैक होल की भूमिका सामने आई है. खगोलविद बताते हैं कि हर विशाल गैलेक्सी के केंद्र में एक ब्लैकहोल होता है. इसे सुपरमासिव ब्लैकहोल कहते हैं. इसका गुरुत्व क्षेत्र बहुत तेज होता है, लेकिन यह केवल केंद्र के आसपास के क्षेत्र को ही प्रभावित करता है. वास्तव में ये ब्लैकहोल अपनी गैलेक्सी से करोड़ों गुना छोटे होते हैं. वैज्ञानिकों को लगता है कि ब्रह्मांड को तभी समझा जा सकता है जब ब्लैकहोल की गतिविधियों से नियंत्रित होने वाले गैलेक्सी के विकास को समझा जाए. इसके लिए हजारों गैलेक्सी समूहों का अध्ययन करने पर शोधकर्ताओं ने पाया है कि गैलेक्सी में तारों के निर्माण में इन ब्लैकहोल की भी भूमिका होती है.

सैद्धांतिक अनुमान सुझाते है कि जब ये ब्लैक होल बढ़ते हैं तो ये गैलेक्सी के अंदर की गैसों को गर्म कर गैलेक्सी में ही बहुत दूर तक फेंकने की ऊर्जा पैदा कर लेते हैं. गैलेक्सी से इस ऊर्जा की अंतरक्रिया करने वाली और उनके विकास को बदलने वाली प्रणाली का अवलोकन करना और उसकी व्याख्या करना ही खगोलभौतिकी का प्रमुख उद्देश्य है. इसी लक्ष्य को ध्यान में रख कर इस्टीट्यूटो डि एस्ट्रोफिसिका डि कैनारियास के शोधकर्ता इग्नासियों मार्टिन नवारो की अगुआई में हुए अध्ययन ने एक कदम आगे जाकर यह जानने का प्रयास किया कि क्या ब्लैकहोल के आसपास निकलने वाला पदार्थ और ऊर्जा गैलेक्सी के विकास में बदलाव कर सकते है. शोधकर्ताओं ने यह हमारी गैलेक्सी के अलावा सुदूर गैलेक्सी के लिए भी अध्ययन किया.

इसके लिए टीम ने स्लोआन डिजिटल स्काई सर्वे का उपयोग किया जिसे वे हजारों गैलेक्सी के समूह और गुच्छों की विशेषताओं का अध्ययन कर सके. इस अध्ययन के नतीजे नेचर में प्रकाशित हुए हैं. मैक्स प्लंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी में शोधकर्ताओं को नतीजे मिले जो चौंकाने वाले थे. उन्होंने पाया कि सैटेलाइट गैलेक्सी कितने तारों का निर्माण करते हैं यह उनकी केंद्र गैलेक्सी के तुलना में स्थिति पर निर्भर करता है. इसके लिए शोधकर्ताओं ने एक खास तरह के सिम्यूलेशन का उपयोग किया. जिससे पता चला कि सैटेलाइट गैलेक्सी में तारों के निर्माण की दर उसकी केंद्रीय गैलेक्सी कि स्थिति पर निर्भर करती है.

यह नतीजा अहम है क्योंकि यह इस धारणा को बदल देता है कि केंद्रीय ब्लैकहोल गैलेक्सी के विकास में अबम भूमिका निभाते हैं जो हमारे ब्रह्मांड की वर्तमान समझ का मूल विचार है. अभी तक ब्लैकहोल के गैलेक्सी के प्रभाव को समझने में आने वाली परेशानियों के चलते इस अवधारणा पर सवाल उठते रहते थे. लेकिन ये नतीजे बताते हैं कि ब्लैकहोल और उनकी गैलेक्सी के बीच संबंध होता है जिसके कारण वे गैलेक्सी के केंद्र से बहुत दूर तर पदार्थ को बाहर फेंकते हैं और पास की गैलेक्सी के विकास की प्रक्रिया प्रभावित करते हैं. नवारो को कहना है कि उनका अध्ययन गैलेक्सी के विकास में केंद्रीय ब्लैक होल के प्रभाव को समझने के साथ उनके बीच अंतरक्रिया को समझने के कई आयाम भी खोलता है.