भारतपे के संस्थापक और प्रबंध निदेशक अश्नीर ग्रोवर तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ) सुहैल समीर के बीच की तल्खियां और गहरी होती जा रही हैं। अश्नीर ग्रोवर ने निदेशक मंडल को पत्र लिखकर नवनियुक्त सीईओ को बोर्ड से हटाये जाने की मांग की है।
ग्रोवर पिछल्ले कुछ समय से विवादों में घिरे हुए हैं। उन पर आरोप लगा है कि उन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक के कर्मचारी के साथ आपत्तिजनक भाषा में बात की। इसके अलावा भारतपे ने कंपनी की आंतरिक प्रक्रिया तथा प्रणाली में गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए स्वतंत्र रूप से ऑडिट कराना भी शुरू कर दिया है।
इसी घटना के बाद ग्रोवर ने भारतपे के निदेशक मंडल को पत्र लिखकर कहा है कि वह कंपनी के बोर्ड में स्वयं द्वारा नामित किये गये निदेशक सुहैल समीर का नामांकन वापस ले रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में बोर्ड से आग्रह है कि वह जरूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए सुहैल समीर का बतौर निदेशक कार्यकाल समाप्त करे।
गौरतलब है कि इससे पहले यह रिपोर्ट आयी थी कि भारतपे ने ग्रोवर को बर्खास्त कर दिया है लेकिन गत सप्ताह भारतपे ने यह स्पष्ट किया कि उसने अभी किसी भी कर्मचारी को बर्खास्त नहीं किया है। भारतपे ने कहा है कि जब तक ऑडिट पूरी नहंीं हो जाती तब तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी।
भारतपे ने अपनी लीगल फर्म शार्दुल अमरचंद मंगलदास के माध्यम से अल्वारेज एंड मार्शल को बोर्ड को सलाह देने के लिए नियुक्त किया है।
विवादों से घिरे ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन अवकाश पर हैं। माधुरी जैन कंपनी में कंट्रोल हेड हैं। ग्रोवर की अनुपस्थिति में कंपनी ने सुहैल समीर को सीईओ नियुक्त किया है।
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Source : IANS