रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से गठित स्पेशल स्क्वॉड ने सोमवार से मुर्गे-मुर्गियों, बत्तख और अन्य पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया है। फिलहाल रांची के जेल चौक से लेकर एक किलोमीटर की परिधि का इलाका इन्फेक्टेड जोन के तौर पर चिन्हित किया गया है। हालांकि शहर की कुल 10 किलोमीटर की परिधि में मुर्गे-मुर्गियों,पक्षियों और अंडों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रांची जिला प्रशासन, नगर निगम, पशुपालन विभाग और रांची पुलिस की टीम रांची के जेल मोड़, करमटोली, लोहराकोचा और आसपास के इलाकों में मुर्गे-मुर्गियों को मारने निकली। रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के अनुसार, भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार इन्फेक्टेड में मुर्गे-मुर्गियों, बत्तख और पक्षियों को मारकर डिस्पोज किया जाता है। लोगों से अभियान में सहयोग की अपील की गई है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जितने मुर्गे-मुर्गियों और पक्षियों को मारा जाएगा या अंडे बर्बाद किए जाएंगे, उनके मालिकों को मुआवजा भी दिया जाएगा।
बता दें कि केंद्रीय जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री अर्जुन मुंडा के रांची स्थित सरकारी आवास में मुर्गियों की मौत के बाद कराये गए सैंपल जांच से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत आवश्यक सभी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा था।रांची के जेल मोड़ के पास केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के आवास परिसर के अंदर सुरक्षाकर्मियों और दूसरे कर्मचारियों ने 55 से 60 की संख्या में रंगीन देसी मुर्गे-मुर्गियां पाली थीं। यहां एक हफ्ते के दौरान 45 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई, तब संदेह होने पर पशुपालन विभाग की ओर से इनके सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेजा गया, जहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि कर दी गई।
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Source : IANS