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साभार: गूगल
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रिलायंस जियो की शिकायत पर ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई)एयरटेल को खुद को देश का सबसे तेज नेटवर्क बताने वाला एड बदलने या वापस लेने का आदेश दिया है।
साभार: गूगल
भारती एयरटेल के लिए बुरी खबर है। रिलायंस जियो की शिकायत पर ऐडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई)एयरटेल को खुद को देश का सबसे तेज नेटवर्क बताने वाला एड बदलने या वापस लेने का आदेश दिया है। एएससीआई के आदेश के अनुसार एयरटेल को अपने आप को 'आधिकारिक' तौर पर सबसे तेज नेटवर्क बताने वाला एड बदलना होगा या 11 अप्रैल तक वापस लेना होगा।
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जियो ने एएससीआई से शिकायत की है कि एयरटेल का अपने को 'आधिकारिक तौर पर सबसे तेज' बताने वाला एड गलत और भ्रामक है। जियो का आरोप है कि एयरटेल ने खिताब ब्रॉडबैंड स्पीड टेस्टर ऊकला के साथ मिलकर पाया है। बता दें कि ऊकला ग्लोबल ब्रॉडबैंड टेस्टिंग और वेब बेस्ड नेटवर्क डायग्नोज्टिक ऐप्लिकेशन है जो आंकड़ों के आधार पर अनैलेसिस करता है। इस मामले की जांच करने वाली एएससीआई की फास्ट ट्रैक कंप्लेंट कमिटी ने भी एयरटेल के एड को गलत बताया। जिसके चलते एएससीआई ने जियो के पक्ष में फैसला सुनाया।
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एएससीआई के आदेश में कहा गया है, 'एफटीसीसी ने ट्राई की वेबसाइट की मदद से एयरटेल और जियो के कवरेज को देखा और पाया कि एयरटेल और जियो 4G के ग्राहकों के भौगोलिक फैलाव में काफी गैप है जिससे दोनों के बीच होने वाली तुलना पर असर पड़ सकता है। इस आंकड़े के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि एयरटेल के विज्ञापन में किया जा रहा दावा सही नहीं है और तुलना के लिए जानबूझकर ऐसा आधार चुना गया है ताकि ऐड देने वाले को फायदा मिल सके।'
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हालांकि भारती एयरटेल का कहना है कि जियो की शिकायत जानबूझ कर उसके ब्रैंड को बदनाम करने और ग्राहकों को गुमराह करने की कोशिश है। जियो ने ऊकला पर भी आरोप लगाया था कि वह पैसे लेकर इस तरह के सर्टिफिकेट जारी करती है और इस तरह का सर्टिफिकेट जारी करने के लिए ऊकला ने उससे भी संपर्क किया था।
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बता दें कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में जियो की एंट्री से एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सभी कंपनियों के लिए अपने कस्टमर्स को बनाए रखना और नए कस्टमर्स को जोड़ना एक बड़ी मुश्किल बनता जा रहा है।
Source : News Nation Bureau