गुजरात में कोविड-19 से भी ज्यादा घातक है टीबी

गुजरात में कोविड-19 से भी ज्यादा घातक है टीबी

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IANS
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Agartala A

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

गुजरात में जनवरी-मई 2022 के बीच ट्यूबरक्यूलोसिस (टीबी), कोविड-19 से अधिक घातक साबित हुआ है। इस अवधि के दौरान राज्य में टीबी के कारण 2,675 मौतें दर्ज की गई हैं।

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इस पांच महीने की अवधि के दौरान, 825 लोग कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि देश में 68,000 से अधिक लोग टीबी के शिकार हो चुके हैं।

हालांकि, गुजरात में पिछले 24 घंटों में 1,128 नए मामलों की रिपोर्ट के साथ कोविड-19 मामलों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है।

अहमदाबाद में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोनावायरस से तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं शनिवार तक दर्ज की गई रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 902 मरीजों में से 400 लोग ही महामारी से ठीक हुए थे। राज्य में कोविड-19 का रिकवरी रेट घटकर 98.63 प्रतिशत हो गया है।

केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में साझा की गई जानकारी के अनुसार, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत, देश भर में 2020 में 18.05 लाख और 2021 में लगभग 21.35 लाख लोग टीबी से संक्रमित हुए थे। जनवरी से मई 2022 तक गुजरात में टीबी से 68,718 लोगों की मौत हुई है।

इसके अलावा यह भी खुलासा हुआ है कि गुजरात में हर महीने औसतन 13,000 से ज्यादा लोग टीबी से पीड़ित हैं।

जिन राज्यों में जनवरी-मई 2022 के बीच टीबी से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं, उनमें उत्तर प्रदेश 6,896 के साथ टॉप पर है, महाराष्ट्र 2845 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि गुजरात तीसरे स्थान पर है।

अहमदाबाद नगर निगम की हेल्थ एंड सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी के साथ हुई बैठक में फैसला लिया गया कि अधिकतर प्राइमरी टेस्ट अब सभी 90 शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों और 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एएमसी द्वारा संचालित किए जाएंगे।

मरीजों के लिए ब्लड टेस्ट, डेंगू, चिकनगुनिया, टाइफाइड और डायरिया समेत अन्य टेस्ट मुफ्त किए जाएंगे।

दो करोड़ रुपये से अधिक की लागत से शहरी स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मशीनों को चालू कर दिया गया है। इसके अलावा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सोनोग्राफी मशीन भी लगाई गई है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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