Aditya-L1 Launch Update: इसरो की एक और सफल उड़ान को तैयार आदित्य- एल1, जानें टीम यान को कहां ले गई टीम

Aditya-L1 Launch Update: ISRO ने पूरी कर ली आदित्य-एल-1 के उड़ान की तैयारी, सफलता के लिए इस मंदिर में वैज्ञानिकों ने टेका मत्था

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Dheeraj Sharma
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Adtiya L1 Countdown Begins

Adtiya L1 Countdown Begins ( Photo Credit : News Nation)

Aditya-L1 Launch Update: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र यानी ISRO एक और सफल उड़ान की तैयारी में जुटा है. आदित्य-एल-1 के जरिए इसरो वैज्ञानिक सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. 2 सितंबर को सुबह 11 बजे के करीब इसरो आदित्य-एल1 को लॉन्च करेगा. लेकिन इससे पहले इस मिशन की कामयाबी के लिए इसरो टीम ने एक बड़ा कदम उठाया है. इसरो की टीम मिशन का मॉडल लेकर एक खास मंदिर पहुंची है. यहां पर इस मिशन की सफलता के लिए मनोकामना मांगी गई है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और आदित्य-एल-1 से जुड़े अब तक के लेटेस्ट अपडेट. 

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तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर मंदिर पहुंची ISRO टीम
इसरो की टीम अपने सूर्ययान मिशन को सफल बनाने के लिए तिरुमाला स्थित वेंकटेश्वर मंदिर पहुंची. यहां टीम आदित्य एल-1 का मॉडल लेकर पहुंची थी. टीम ने भगवान वेंकटेश्वर की पूजा और अर्चना भी की. टीम ने इसरो के पहले सौर मिशन को लेकर भगवान वेंकटेश्वर के दरबार में सफल होने की हाजरी भी लगाई. 

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कब लॉन्च होगा आदित्य एल-1
आदित्य एल-1 को 2 सितंबर शनिवार को आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा. मिशन सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर उड़ान भरेगा. बता दें कि इसरो की टीम ने एक दिन पहले ही यान के लॉन्चिंग की लेकर पूरी रिहर्सल भी कर ली है. इसरो के डायरेक्टर एस सोमनाथ ने बताया कि लॉन्चिंग की तैयारी पूरी हो चुकी है. सबकुछ ठीक है. तय समय पर ही सूर्ययान को मिशन के लिए प्रक्षेपित किया जाएगा. 

क्यों खास है आदित्य एल-1
आदित्य एल-1 हर मायने में इसरो और भारत के लिए काफी अहम है. यही नहीं दुनिया की नजरें भी इसरो के इस मिशन पर टिकी हुई हैं. क्योंकि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आदित्य-एल-1 भी कई अहम राज सूर्य को लेकर खोल सकता है. आदित्य एल-1 का मकसद सूर्य का अध्ययन करना है. 

क्या करेगा आदित्य-एल1
दरअसल आदित्य एल-1 को अपने मिशन तक पहुंचने में करीब 125 दिन का वक्त लगेगा. इस दौरान वह सूर्य फोटेस्फेयर, क्रोमोस्फेयर और सूर्य की सबसे बाहरी लेयर की स्टडी करेगा. तापमान को लेकर क्या स्थिति है. क्यों की सूर्य की सतह से ज्यादा उसका बाहरी मंडल गर्म रहता है कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब खोजे जाएंगे. इसके साथ ही स्पेस में मौसम का गतिशीलता, सूर्य कणों का अध्ययन भी इसमें शामिल रहेगा. 

कौन-कौन से देश कर रहे सूर्य का अध्ययन
भारत से पहले अमेरिका की नासा, जापान, चीन और यूरोप के की स्पेस एजेंसियां सूर्य के शोध में जुटी हुई हैं. चीन में हाल में ही सूर्य की स्टडी के लिए एक सैटेलाइट भी लॉन्च किया है. लेकिन माना जा रहा है कि आदित्य एल-1 इनसे ज्यादा जानकारी एकत्र कर सकता है.

Source : News Nation Bureau

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