5जी नेटवर्क और अन्य लो पावर वायरलेस प्रौद्योगिकी के बढ़ते चलन से अगले चार साल में सेलुलर इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी आईओटी का बाजार करीब दोगुना बढ़कर 61 अरब डॉलर का हो जायेगा।
वर्तमान में इसका बाजार 31 अरब डॉलर का है।
जूनिपर की मंगलवार को आयी रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2026 तक 5जी आईओटी सेवा का राजस्व नौ अरब डॉलर हो जायेगा, जो गत साल 80 करोड़ डॉलर रहा था।
रिपोर्ट के अनुसार,अगले पांच साल में 5जी नेटवर्क का कवरेज 1,000 प्रतिशत बढ़ेगा और संचालकों को 5जी आईओटी कनेक्शन के बढ़ने से लाभ होगा।
रिपोर्ट के सह लेखक चार्ल्स बोमैन ने कहा कि ऑपरेटर्स को उपभोक्ताओं को लो पावर वाइड एरिया यानी लो पावर वायरलेस प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करना चाहिए। हालांकि, कई आईओटी नेटवर्क इस प्रौद्योगिकी पर पूरी तरह निर्भर नहीं हो सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेटर्स को मूल्य संवर्धित सेवायें जैसे नेटवर्क स्लाइसिंग और एज कंप्यूटिंग पेश करनी चाहिए ताकि आईओटी उपभोक्ता 5जी को अपनाने का पूरा लाभ उठा सकें।
रिपोर्ट में ऑपरेटर्स से यह आग्रह किया गया है कि वे लीगैसी नेटवर्क पर मौजूद आईओटी कनेक्शन को लो पावर वाइड एरिया को सपोर्ट करने वाले नेटवर्क पर ले जायें।
रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है कि ऐसा करने से लो पावर वाइड एरिया नेटवर्क से जुड़ी कम कीमत वाली निगरानी प्रौद्योगिकी की मांग बढ़ेगी क्योंकि लीगैसी नेटवर्क अगले चार साल में बंद हो जायेंगे।
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Source : IANS