ISRO ने भारतीय रॉकेट के साथ अंतरिक्ष में भेजे इंग्लैंड के 2 सैटेलाइट, PSLV-C42 कक्षा में हुए स्थापित
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से अपने सैटलाइट कैरियर पोलर सैटलाइट लॉन्च वीइकल (पीएसएलवी) सी42 के साथ दो ब्रिटिश सैटलाइट भेजे।
नई दिल्ली:
भारत के 'ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन' (पीएसएलवी) ने रविवार रात इंग्लैंड के 889 किलो वजनी दो विदेशी उपग्रहों- 'नोवाएसएआर' और 'एस1-4' को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया. 44.4 मीटर ऊंचा और 230.4 टन वजनी 'पीएसएलवी-सीए' (कोर अलोन) संस्करण वाला रॉकेट पहले ल़ांच पैड से रविवार रात 10.08 बजे प्रक्षेपित किया गया. प्रक्षेपण केंद्र पर दो लांच पैड हैं.
'भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन' (आईएसआरओ) के अनुसार, प्रक्षेपण के 17 मिनट और 44 सेकेंड बाद पृथ्वी पर नजर रखने वाले दो उपग्रह 583 किलोमीटर की परिधि में स्थापित हो गए.
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इसरो के अनुसार, दो पृथ्वी अवलोकन उपग्रह सूर्य के 583 किलोमीटर बड़े समकालिक कक्ष में लॉन्च किए गए.
445 किलोग्राम वजनी 'नोवाएसएआर' एक एस-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह है जो वन मानचित्रण, भूमि उपयोग, बर्फ, बाढ़ और आपदा की निगरानी करेगा.
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'एस1-4' एक क्षई रेजेलूशन ऑप्टिकल अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रह है, जो संसाधनों, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन और आपदा निगरानी के लिए उपयोग किया जाता है.
यह दो उपग्रह इसरो की वाणिज्यिक शाखा - एंट्रिक्स कॉर्प लिमिटेड के साथ वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत ब्रिटेन के 'सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड' (एसएसटीएल) के हैं.
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