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150 साल बाद फिर से आग उगल रहा भारत का एकमात्र जिंदा ज्वालामुखी

वैज्ञानिकों के अनुसार ज्वालामुखी करीब 10 मिनट तक फूटता रहा।

Updated on: 19 Feb 2017, 10:35 AM

highlights

  • भारत के एकमात्र जिंदा ज्वालामुखी में एक बार फिर दिखा उबाल 
  • इससे पहले 150 साल तक ये ज्वालामुखी शांत रहा है
  • ज्वालामुखी के पास समुद्र तल से नमूने इक्कठे करने गई थी टीम

नई दिल्ली:

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह स्थित भारत के एकमात्र ज्वालामुखी एक बार फिर लावा उगल रहा है। इससे पहले 1991 में पहली बार इस ज्वालामुखी में गतिविधि देखी गई थी। इससे पहले 150 साल तक ये ज्वालामुखी शांत रहा।

गोवा स्थित राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्था (एनआईओ) के शोधकर्ताओं की तरफ से ज्वालामुखी के सक्रिय होने की खबर ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है।

हाल ही में अभय मुधोल्कर के नेतृत्व वाली एसआईआर-एनआईओ के वैज्ञानिकों की टीम ने पिछले महीने इस इलाके का दौरा किया था। सीएसआईआर-एनआईओ ने संयुक्त बयान में कहा, 'अंडमान-निकोबार पर जिंदा ज्वालामुखी फिर से भड़क गया है। पोर्ट ब्लेयर से 140 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व बैरन द्वीप पर स्थित ज्वालामुखी 150 साल से शांत पड़ा है, जो पहले 1991 में सक्रिय हुआ था और उसके बाद से इसमें रुक-रुक कर गतिविधि दिखी है।'

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दौरे पर गई वैज्ञानिकों की टीम 23 जनवरी को ज्वालामुखी के पास समुद्र तल से नमूने इक्कठे करने गई थी। इसी दौरान उन्होनें पाया कि ज्वालामुखी से लावा और धुआं निकलना शुरू हो गया। वैज्ञानिकों के अनुसार ज्वालामुखी करीब 10 मिनट तक फूटता रहा। दिन के वक्त इससे सिर्फ राख निकलती देखी गई जबकि सूरज ढलने के बाद लावा भी निकलने लगा।