सरकारी नौकरियों में लगातार बढ़ रही धांधलियों के बाद उत्तर प्रदेश सेवा चयन आयोग ने इसे रोकने के लिए अब कड़ा कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने उम्मीदारों के चयन के लिए होने वाले साक्षात्कार की प्रक्रिया में बदलाव किया है. इस नई प्रक्रिया के तहत अभ्यार्थियों से उनका नाम नहीं पूछा जाएगा. साक्षात्कार के दौरान पैनल के पास अभ्यार्थियों का केवल रोलनंबर होगा. इसके साथ ही, साक्षात्कार लिए बनने वाला पैनल भी चंद मिनट पहले ही घोषित किया जाएगा.
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बता दें कि चयन आयोग रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया को जल्दी ही पूरा करना चाहता है. जिसके लिए बची हुई भर्तियों में साक्षात्कार लेने का कार्यक्रम घोषित किया जा रहा है. आयोग इस बात पर जोर दे रहा है कि साक्षात्कार प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हो. इसलिए इसमें कुछ महत्वपूर्ण संशोधन किए गये हैं.
आयोग की नई व्यवस्था के मुताबिक अभ्यार्थियों का साक्षात्कार उनके रोलनंबर के आधार पर होगा. साक्षात्कार पैनल के पास अभ्यार्थियों का नाम नहीं होगा, वहीं पैनल का गठन भी साक्षात्कार से कुछ घंटे पहले ही किया जाएगा. जिसमें एक बोर्ड सदस्य के साथ दो विशेषज्ञ होंगे. जिसकी घोषणा साक्षात्कार से कुछ समय पहले ही की जाएगी.
इससे यह होगा कि पैनल को अभ्यार्थी का नाम नहीं पता होगा, तो वह उसे मनचाहे नंबर नहीं दे पाएगा. साथ ही अभ्यार्थी को भी पैनल का पता नहीं होगा, तो वह साक्षात्कार से पहले उनसे कोई जुगाड़ नहीं कर पाएगा. आयोग के अध्यक्ष सदस्यों की मौजूदगी में उनसे राय के बाद ही विशेषज्ञों का चयन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश चयन आयोग के इस फैसले से उम्मीद की जा रही है कि सरकारी नौकरियों में हो रही धांधलियों में कमी आएगी.
Source : News Nation Bureau