logo-image

गृह मंत्रालय ने दी Work from Home की सलाह, TCS, Infosys ने किया लागू

आईटी सेक्टर की कंपनियां वर्क फ्रॉम होम रूटीन जारी रखने का मकसद पहले ही जाहिर कर चुकी हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि वे अब वायरस के खतरे के बीच अपनी बैक टू ऑफिस योजनाओं को लेकर सतर्क हैं.

Updated on: 31 Dec 2021, 03:07 PM

highlights

  • कई आईटी कंपनियों ने कर्मचारियों को फिर से वर्क फॉर्म होम को जारी रखने का दिया निर्देश
  • आईटी सेक्टर की कंपनियां वर्क फ्रॉम होम जारी रखने का मकसद पहले ही जाहिर कर चुकी हैं
  • अब तक देश में ओमीक्रॉन से दो की मौत, महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में हुई मौत

 

नई दिल्ली:

Work form Home : ओमीक्रॉन (Omicron) के बढ़ते केस की वजह के गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है. वहीं कई आईटी कंपनियों (IT Company) ने अपने कर्मचारियों को फिर से वर्क फॉर्म होम को जारी रखने का निर्देश दिया है. टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technology) जैसी आईटी कंपनियों ने पहले कर्मचारियों को उनके कार्यालयों में वापस बुलाने का आदेश जारी किया था, लेकिन ओमीक्रॉन के बढ़ते के बीच अब इसकी संभावना कम हो गई है. इनमें टीसीएस और इंफोसिस जैसी कंपनियां अब वर्क फॉर्म को जारी रखने को लेकर तवज्जो दे रही है.

यह भी पढ़ें : राजस्थान में Omicron से बुजुर्ग की मौत, Christmas के दिन हुए थे पॉजिटिव

ओमीक्रॉन वेरिएंट कथित तौर पर अपने पहले वेरिएंट की तुलना में बहुत तेजी से फैलता है. पिछले 24 घंटों में 16,764 कोविड-19 के नए मामले सामने आए हैं जबकि अलग-अलग राज्यों से ओमीक्रॉन के 1,270 केस दर्ज किए जा चुके हैं. ओमीक्रॉन के 450 मामलों के साथ महाराष्ट्र सबसे ऊपर है जबकि 320 केसों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है. इस बीच देश में ओमीक्रॉन से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. महाराष्ट्र में एक दिन पहले 52 वर्षीय व्यक्ति के नमूनों में नए वेरिएंट का पता चलने के बाद भारत में पहली ओमीक्रॉन से मौत की पुष्टि की गई थी. जबकि राजस्थान के उदयपुर में ओमीक्रॉन से हुई मौत का एक और केस सामने आया है. इसके साथ ही देश में ओमीक्रॉ़न से मरने वालों की संख्या दो हो गई है. ऐसे में सामान्य जीवन में लौटना एक बार फिर से असंभव दिखाई दे रहा है.

और भी कंपनियां कर सकती है यह व्यवस्था लागू

आईटी सेक्टर की कंपनियां वर्क फ्रॉम होम रूटीन जारी रखने का मकसद पहले ही जाहिर कर चुकी हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि वे अब वायरस के खतरे के बीच अपनी बैक टू ऑफिस योजनाओं को लेकर सतर्क हैं. इंप्लॉय स्ट्रेंग्थ के मामले में भारत की सबसे बड़ी आईटी प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने कहा है कि कंपनी के 10 प्रतिशत से भी कम कर्मचारी उनके ऑफिस से काम कर रहे हैं, जो कि बेंगलुरु स्थित आईटी प्रमुख है. आगे और भी कई आईटी कंपनियां इस व्यवस्था को लागू कर सकती है. 

कई कंपनियां पहले से ही बरत रहे सतर्कता

एन. आर. नारायण मूर्ति (n r narayana murthy) के स्वामित्व वाली कंपनी इंफोसिस ने वह पहले से सतर्कता बरत रहे हैं. कंपनी ने पहले कहा था कि वह अपने कर्मचारियों को कार्यालय में वापस काम पर बुलाएगी. HCL टेक्नोलॉजीज ने भी पहले इसी तरह के कदम की योजना बनाई थी, लेकिन अब यह  कंपनी भी अब सतर्क दिखाई दे रही है. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कहा कि वह कोविड-19 के नए वेरिएंट पर निगरानी करना जारी रखेगी. कंपनी ने कहा कि उसके कर्मचारियों का दसवां हिस्सा कार्यालय से काम कर रहा है.