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Agniveer Reservation in BSF: रिटायर अग्निवीरों को BSF में मिलेगी ये छूट, जानें पूरी डिटेल

केंद्र सरकार ने रिटायर अग्निवीरों को BSF में जाने पर 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है. सरकार के इस फैसले का युवाओं ने स्वागत किया है.

Updated on: 10 Mar 2023, 05:44 PM

highlights

  • रिटायर अग्निवीरों के लिए सुनहरा मौका
  • BSF में जाने वाले अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण
  • अग्निवीर जवानों को इसमें भी मिलेगी छूट

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने रिटायर अग्निवीरों को BSF में जाने पर 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है. सरकार के इस फैसले का युवाओं ने स्वागत किया है. केंद्र के मुताबिक, सेना में सेवा देने के बाद रिटायर होने वाले अग्निवीरों को सीमा सुरक्षा बल (BSF) में  10 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान है. साथ ही अग्निवीरों को फिजिकल टेस्ट से भी बाहर रहना होगा. केंद्र ने यह फैसला बीएसएफ जनरल ड्यूटी कैडर रिक्रूटमेंट रूल्स 2015 में संसोधन के बाद लिया. 6 मार्च को जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, बीएसएफ में कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन करने वाले पहले बैच के अग्निवीरों को ज्यादा उम्र सीमा में 5 साल की छूट का प्रावधान है, जबकि इसके बाद के बैच के अग्निवीरों को 3 साल की छूट देने का निर्णय लिया गया है. 

17 मार्च है आवेदन की आखिरी तारीख

बता दें कि अग्निवीर भर्ती के लिए बड़ी संख्या में युवा आवेदन कर रहे हैं, आवेदन की आखिरी तारीख 17 मार्च 2023 है. भर्ती के लिए युवाओं को लुभाने के लिए सेना की तरफ से आउटरीज प्रोग्राम भी शुरू किया गया है. इसके तहत युवाओं को सेना भर्ती से जुड़ी कई बातों को ध्यान में रखा गया है. इसमें अग्निवीरों को कई तरह की सुविधा का भी प्रवधान है. मसलन साढे़ चार साल के बाद रिटायर्ड होने के बाद उन्हें एक मुश्त बड़ी राशि दी जाएगी. जिसके जरिए जवान चाहे तो कुछ बिजनेस कर सकते हैं या फिर इन राशियों का इस्तेमाल अपने भविष्य के लिए कर सकते हैं.  

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सेना भर्ती के नियमों में सरकार ने किया बड़ा बदलाव

पिछले साल मोदी सरकार ने सेना में भर्ती के नियमों बड़ा बदलाव किया था, इस नियम के तहत अब सेना में उम्मीदवारों की नौकरी सिर्फ चार वर्ष छह महीने की होगी. वहीं, इसके बाद 50 प्रतिशत अग्निवीरों को सेना से हटा दिया जाएगा. सरकार के इस फैसले पर देशभर में विपक्षी दलों और आर्मी ज्वाइन करने वाले युवाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. सरकार के इस निर्णय के खिलाफ युवा आक्रोशित हुए थे. हालांकि, बाद में मामला ठंडा पड़ गया था.