बस इतनी देर बैठती है मां सरस्वती आपकी जीभ पर, बोलने से पहले एक बार सोच जरूर लें

अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी आप कुछ उल्टा बोलने जाते हैं तो घर वाले बोलते है अरे संभल के कभी मां सरस्वती बैठी हो जुबान पर यह सुनते ही हम चुप हो जाते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि वह कौन-सा टाइम होता है जब मां बैठती है.

अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी आप कुछ उल्टा बोलने जाते हैं तो घर वाले बोलते है अरे संभल के कभी मां सरस्वती बैठी हो जुबान पर यह सुनते ही हम चुप हो जाते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि वह कौन-सा टाइम होता है जब मां बैठती है.

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Nidhi Sharma
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मां सरस्वती

मां सरस्वती Photograph: (Freepik)

हिंदू धर्म में मां सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में पूजा जाता है. मान्यता है कि मां मां सरस्वती की कृपा होने पर व्यक्ति बहुत बड़ा ज्ञानी और विद्वान बनता है. वहीं अक्सर आपने सुना होगा कि घर में लोग बोलते हैं कि सब अच्छा-अच्छा ही बोलना क्योंकि क्या पता मां सरस्वती जुबान पर बैठी हो. वहीं ऐसा माना जाता है कि जब मां सरस्वती जुबान पर विद्यमान रहती हैं तो ऐसे टाइम में हम जो भी बोलते हैं और मांगते हैं वह सच हो जाता है. जिसके लिए हमे हमेशा शुभ-शुभ ही बोलना चाहिए. लेकिन समझ नहीं आता कि ऐसा कौन-सा टाइम होता है. जब मां सरस्वती हमारी जुबान पर विद्यमान रहती हैं. 

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इस समय बैठती है मां सरस्वती

शास्त्रों में माना गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में सरस्वती जी, व्यक्ति की जुबान पर बैठती हैं. ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से पहले का एक समय होता है, जिसे काफी पवित्र माना जाता है. सुबह लगभग 04 बजे से लेकर 05 बजकर 30 मिनट के बीच तक के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है.

किस तरह करें प्रार्थना

ऐसा माना जाता है कि यदि आप रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में सच्चे मन से मां सरस्वती जी से अपनी मनोकामना कहते हैं, तो वह जरूर पूरी हो सकती है. इसके लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले मां सरस्वती जी का ध्यान करें और अपने मन की इच्छा कहें. ध्यान रखें कि कोई ऐसी इच्छा न कहें, जिसमें किसी का अहित छुपा हो. साथ ही ऐसी मनोकामना भी न मांगे जिसका पूरा होना संभव न हो.

न करें ये गलतियां

ब्रह्म मुहूर्त एक पवित्र समय माना गया है, ऐसे में भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए. ऐसा करना न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि, स्वास्थ्य की दृष्टि से भी ठीक नहीं माना जाता. साथ ही इस समय में नकारात्मक विचार भी मन में नहीं लाने चाहिए. वरना इससे आपके पूरे दिन पर असर पड़ सकता है. हालांकि सरस्वती माता की कृपा उन पर ज्यादा होती है, जो लोग अपने आसपास सफाई रखते हैं. और प्रतिदिन किसी न किसी कला को करते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की

 

 

 

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