Sawan Jhoola: सावन में झूला क्यों झूलती हैं महिलाएं, एक नहीं बल्कि अनेक है कारण

Sawan Jhoola: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. इस महीने में अक्सर आपने देखा होगा कि कई घरों में झूला डालते हैं. लेकिन इसके पीछे क्या वजह है. आइए आपको आज बताते हैं.

Sawan Jhoola: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. इस महीने में अक्सर आपने देखा होगा कि कई घरों में झूला डालते हैं. लेकिन इसके पीछे क्या वजह है. आइए आपको आज बताते हैं.

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Nidhi Sharma
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Sawan Jhoola

Sawan Jhoola Photograph: (Freepik)

Sawan Jhoola: सावन का महीना शुरू होते ही चारों तरफ हरियाली नजर आती हैं. इस दौरान महिलाएं घर के आंगन, पेड़ों में झूला डालती है. ये महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. महिलाएं हरे रंग की चुनरी, गीत और हंसती खिलखिलाती नजर आती है. इस महीने घरों में झूला डालने को लेकर कई सारे धार्मिक महत्व भी हैं.  सावन को प्रकृति से जुड़े उत्सव का महीना माना जाता है. इस मौसम में हरियाली चारों ओर फैल जाती है. हमारा मन भी ताजगी से भर जाता है. महिलाओं के लिए तो ये महीना बेहद ही खास होता है. आइए आपको इसकी पीछे की वजह बताते है. 

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ये है मान्यता 

मान्यता के अनुसार, सावन का महीना माता पार्वती और भगवान शिव के मिलन का प्रतीक माना जाता है. इस दौरान माता पार्वती अपने मायके गई थी. जहां पर वह अपनी सहेलियों के साथ झूला झूलती नजर आई थी. वहां पर माता पार्वती को काफी अच्छा लगा था. वहीं यह परंपरा स्त्रियों के लिए विशेष मायने रखती है, खासकर कुंवारी कन्याएं और विवाहित महिलाएं इस दौरान व्रत रखती हैं और झूला झूलकर मां गौरी का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. इसलिए अक्सर सावन में झूला डाला जाता है.

भगवान शिव ने लगाया था झूला 

ऐसी मान्‍यताएं हैं क‍ि भगवान शिव ने भी सावन में माता पार्वती के लिए झूला लगाया था. साथ ही माता को झूला भी झुलाया था. तभी से ये परंपरा पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने का प्रतीक मानी जाती है. ऐसा कहा जाता है क‍ि जो पत‍ि अपनी पत्‍नी को सावन के महीने में झूला झुलाते हैं, उनका वैवाह‍ि‍क जीवन प्‍यार से भर जाता है. आपने भी देखा होगा क‍ि मंदिरों में और घरों में भी देवी-देवताओं के लिए झूले लगाए जाते हैं और उन्हें झुलाया जाता है.

कृष्‍ण ने राधा रानी को भी झूला झुलाया

ये भी कहा जाता है सावन के महीने में भगवान कृष्‍ण ने राधा रानी को भी झूला झुलाया था. इसके बाद से लोगों ने सावन में झूला झूलना शुरू कर द‍िया. आपको बता दें क‍ि सावन में झूला झूलने से पर‍िवार के सदस्‍यों में एकता बनी रहती है. पत‍ि-पत्‍नी के बीच प्‍यार बढ़ता है. वहीं झूला झूलने से द‍िमाग को भी शांति म‍िलती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

 

 

 

 

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