Sawan 2025: सावन के पावन महीने में भगवान शिव की पूजा और आस्था चरम पर होती है. हर साल लाखों श्रद्धालु देशभर के प्रमुख शिव मंदिरों के दर्शन और प्रसाद के लिए लंबी यात्राएं करते हैं, लेकिन अब यह यात्रा जरूरी नहीं रह गई है, क्योंकि भारतीय डाक विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए एक अनोखी और सुविधाजनक सेवा शुरू की है. इससे वे देश के किसी भी कोने से दो प्रमुख शिव मंदिरों श्री सोमनाथ मंदिर और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद अपने घर मंगा सकते हैं.
ऐसे ऑनलाइन मिलेगा सोमनाथ मंदिर का प्रसाद
उत्तर गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने जानकारी दी कि डाक विभाग और श्री सोमनाथ ट्रस्ट के बीच समझौते के तहत कोई भी श्रद्धालु 270 का ई-मनीऑर्डर भेजकर प्रसाद मंगवा सकता है.
कहां भेजना है ई-मनीऑर्डर
आप भी घर बैठे चाहते हैं भगवान भोलेनाथ का प्रसाद तो इसके लिए आपको नीचे बताए गए पते पर मनीऑर्डर करना होगा.
ये है पता- "प्रसाद के लिए बुकिंग"
श्री सोमनाथ ट्रस्ट, प्रभास पाटन,
जिला – जूनागढ़, गुजरात – 362268
प्रसाद में क्या मिलेगा
- 200 ग्राम बेसन के लड्डू
- 100 ग्राम तिल की चिक्की
- 100 ग्राम मावा की चिक्की
प्रसाद 400 ग्राम के डिब्बे में स्पीड पोस्ट के जरिए आपके घर तक पहुंचेगा.
काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद ऐसे मंगवाएं
काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट और डाक विभाग के बीच भी इसी प्रकार की साझेदारी हुई है। श्रद्धालु 251 रुपए का ई-मनीऑर्डर भेजकर काशी का प्रसाद मंगवा सकते हैं।
ये है पता: प्रवर अधीक्षक डाकघर,
वाराणसी (पूर्वी मंडल) – 221001
प्रसाद में मिलेंगे ये पवित्र वस्तुएं:
- काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की छवि
- महामृत्युंजय यंत्र
- शिव चालीसा
- 108 रुद्राक्ष की माला
- बेलपत्र
- भोलेनाथ का सिक्का (अन्नपूर्णा माता से भिक्षाटन करते हुए)
- भभूति, रक्षा सूत्र, रुद्राक्ष मनका
- मिश्री और मेवा का पैकेट
बता दें कि यह प्रसाद पूरी तरह सूखा होता है, जिससे इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.
मोबाइल पर ट्रैकिंग सुविधा
भक्तों को मनीऑर्डर भेजते समय अपना पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर जरूर देना होगा। इससे उन्हें SMS के जरिए स्पीड पोस्ट ट्रैकिंग की जानकारी भी मिलती रहेगी.
डाक विभाग की आस्था को समर्पित पहल
बता दें कि यह सेवा उन लाखों भक्तों के लिए बेहद उपयोगी है जो किसी कारणवश यात्रा नहीं कर पाते. अब बिना भीड़, गर्मी और लंबी लाइन के, भगवान शिव का प्रसाद उनके घर तक पहुंचेगा. यह सेवा न केवल तकनीक और परंपरा का सुंदर मेल है, बल्कि श्रद्धा को सुलभ बनाने का एक प्रेरणादायक प्रयास भी है.
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