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Premanand Maharaj Padyatra Time
Premanand Maharaj Padyatra Time: उत्तर प्रदेश के वृंदावन में प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के समय में बदलाव किया गया है. अब श्रद्धालुओं को प्रेमानंद महाराज की झलक देर रात नहीं बल्कि शाम के समय ही मिल सकेगी. बता दें कि महाराज की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में भक्त उनकी पदयात्रा में पहुंचते हैं जहां कई-कई घंटों के इंतजार के बाद वह महाराज को देख पाते हैं. श्रीकृष्ण शरणम से निकलकर महाराज जी की पदयात्रा श्री राधा केलिकुंज आश्रम तक जाती है. इस दौरान सड़कों पर भव्य माहौल देखने को मिलता है. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कितने बजे से शुरू होगी महाराज की पदयात्रा.
कब शुरू होगी प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा?
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा यूं तो रोजाना सुबह 2 बजे निकलती थी लेकिन शनिवार को ऐसा नहीं हुआ. इस दिन पदयात्रा की टाइमिंग में बदल चुकी थी. दोपहर से ही पदयात्रा की तैयारियां तेज हो गई थीं. बड़ी संख्या में सड़क के दोनों तरफ भक्तों का जमावड़ा था जो महाराज जी की एक झलक देखने के लिए बड़ी बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे थे. शाम 5 बजे श्रीकृष्ण शरणम् से उनके अनुयायी बाइक और गाड़ी से निकले. इसके बाद प्रेमानंद महाराज कुछ प्रमुख अनुयायियों के साथ पदयात्रा पर निकले.
प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा में क्यों हुआ बदलाव?
सुबह 2 बजे पदयात्रा होने के कारण भक्तों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता था. खासकर सर्दी के मौसम में ठंड के कारण उन्हें काफी परेशानी होती थी. इसी वजह से पदयात्रा के समय में बदलाव किया गया है. साथ ही महाराज के स्वास्थ्य को भी इसका कारण बताया जा रहा है. समय बदलने के बाद पदयात्रा में भक्तों की संख्या दोगुनी हो गई है. पहले भक्तों को रात में 10 से 12 डिग्री तापमान में खड़ा रहना पड़ता था लेकिन अब वे शाम को आराम से दर्शन कर पा रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि इसी के चलते प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के समय में बदलाव किया गया है.
दोगुनी हुई भक्तों की संख्या
साथ ही कहा जा रहा है कि महाराज के स्वास्थ्य कारणों को लेकर भी पदयात्रा के समय में बजलाव एहम बजह बताया जा रहा है. महाराज की पदयात्रा के समय में अचानक हुए बदलाव के बाद पुलिस की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. इसका सबसे ज्यादा असर भक्तों पर देखने को मिल रहा है. पहले रात में 10 से 12 डिग्री सेल्सियस तापमान में भक्तों को खड़ा रहना पड़ता था लेकिन अब भक्त शाम को महाराज के दर्शन कर सकेंगे.
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