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जानें कब शुरू हो रहा है सावन और क्या कुछ है खास इस बार

सावन के महीने में शिव भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं

Updated on: 20 Jul 2018, 01:43 PM

नई दिल्ली:

सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है। हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में शिव भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस बार सावन का महीना 28 जुलाई से शुरू हो रहा है और सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई को है। इस बार सावन का महीना बहुत खास है। वजह यह है कि पंचांग के अनुसार इस बार सावन का महीना 30 दिनों का होगा, जिसमें 5 सोमवार आएंगे। जबकि पिछले साल सावन का महीना 29 दिनों का था, जिसमें 4 सोमवार आए थे ।

ध्यान दें कि पूर्णिमा की गणना के अनुसार 28 जुलाई से सावन आरंभ हो रहा है और पहला सावन सोमवार 30 जुलाई को है। पूर्णिमा की गणना के अनुसार इस बार 30 जुलाई, 6 अगस्‍त और 13 अगस्‍त और 20 अगस्त समेत चार सोमवार होंगे। अगर संक्रांति की गणना को मानें तो इस बार सावन में पांच सोमवार है साथ ही सावन पूरे 30 दिनों का है। इस बार अधिक मास के कारण पांच सोमवार का योग बन रहा है।

भगवान शिव को क्यों प्रिय है सावन का महीन-

इसके पीछे की मान्यता यह हैं कि दक्ष पुत्री माता सती ने अपने जीवन को त्याग कर कई वर्षों तक श्रापित जीवन जीया। उसके बाद उन्होंने हिमालय राज के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया। पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए पूरे सावन महीने में कठोर तप किया जिससे खुश होकर भगवान शिव ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। अपनी पत्नी से फिर मिलने के कारण भगवान शिव को श्रावण का यह महीना बेहद प्रिय है।
मान्यता हैं कि सावन के महीने में भगवान शिव ने धरती पर आकार अपने ससुराल में घूमे थे जहां अभिषेक कर उनका स्वागत हुआ था इसलिए इस माह में अभिषेक का विशेष महत्व है।

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साथ ही एक और धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन मास में ही समुद्र मंथन हुआ था, जिसमें से निकले हलाहल विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया जिस कारण उन्हें नीलकंठ का नाम मिला और इस तरह उन्होंने सृष्टि को इस विष से बचाया। इसके बाद सभी देवताओं ने उन पर जल डाला था इसी कारण शिव अभिषेक में जल का विशेष स्थान हैं।

यह भी माना जाता है कि वर्षा ऋतु के चार महीने भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले गये थे, जिसके बाद पूरी पृथ्वी भगवान शिव के अधीन हो गई थी। यहीं कारण है कि लोग इस दौरान भगवान शिव की पूजा-अर्चना, दान, उपवास कर उन्हें खुश करने की कोशिश करते हैं।

क्या है सावन का महत्व-

चैत्र के पांचवे महीने को सावन का महीना कहा जाता है। सावन के महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। सावन के महीना भगवान शिव को बेहत पसंद है। शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव ने सावन के महीने में माता पार्वती की तपस्या से खुश होकर उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकारा था। सावन के महीने में भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में व्रत रखने वाली लड़कियों को भगवान शिव मनपंसद जीवनसाथी का आशीर्वाद देते हैं।

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