logo-image

Raksha Bandhan 2018: इस पूजा विधि से मनाये राखी का त्योहार, भाई-बहन का प्यार होगा और मजबूत

रक्षा बंधन बहन-भाई के अटूट प्यार का प्रतीक है। इस दिन बहनें भाई को धागा बांधकर उसकी खुशहाली और लंबी उम्र की कामना करती है।

Updated on: 26 Aug 2018, 08:49 AM

नई दिल्ली:

रक्षा बंधन बहन-भाई के अटूट प्यार का प्रतीक है। इस दिन बहनें भाई को धागा बांधकर उसकी खुशहाली और लंबी उम्र की कामना करती है। वहीं भाई जीवन भर बहन की सुरक्षा का वादा करता है। रक्षाबंधन को कुछ विधि के साथ मनाने पर इसका प्रभाव और बढ़ जाता है, आइए जानते हैं Exclusive पूजा विधि-

  1.  रक्षाबंधन के दिन बहन-भाई सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण कर भगवान की सबसे पहले पूजा अर्चना करें।
  2.  इसके बाद बहन एक साफ थाली में रोली, अक्षत, कुमकुम, मिठाई, घी का दीया और राखी रखकर सजाए।
  3.  घर को साफ करके चावल के आटे से चौक पूरकर मिट्टी के छोटे से घड़े की स्थापना करें।
  4. इसके बाद भाई को पीढ़े (तख्त) पर बिठाए और खुद भी बैठे।
  5.  राखी बांधने के दौरान भाई का मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए और बहन का पश्चिम दिशा में।
  6. इसके बाद शुभ मुहूर्त में भाई को तिलक लगाकर दाहिने हाथ पर रक्षा सूत्र बांधे।
  7.  राखी बांधते वक्त बहनें 'येन बद्धो बलिः राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥' मंत्र बोले।
  8. रक्षा सूत्र (राखी) बांधने के बाद आरती उतारें फिर भाई को मिठाई खिलाएं।
  9. बहन यदि बड़ी हों तो छोटे भाई को आशीर्वाद दें और अगर छोटी हो तो बड़े भाई को प्रणाम करना चाहिए।

रक्षाबंधन की अन्य ताज़ा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://www.newsnationtv.com/religion

बता दें कि रक्षाबंधन हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार हर साल श्रावण या सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार रविवार के दिन 26 अगस्‍त को रक्षाबंधन का त्‍योहार मनाया जाएगा।
राखी बांधने का मुहूर्त : सुबह 5.59 बजे से शाम 5.25 बजे तक बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। प्रदोष काल में राखी बांधना सही होता है। भद्र काल के दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है।

और पढ़ें : Happy Raksha Bandhan : दिल्ली में महिलाओं के लिए खास तोहफा, DTC में फ्री में करें सफर