Tons River: आंसुओं से बनी है इस शहर की नदी, जानें ये पौराणिक कहानी

Mythological Story: देहरादून की टोंस नदीके किनारे स्थित ये स्थल प्राचीनतम सभी युगों के इतिहास को दर्शाते हैं. टोंस नदी का प्राचीन इतिहास वाणिज्य, धार्मिक, और सांस्कृतिक गतिविधियों से भरा है. इसके किनारे स्थित नगरों और गाँवों का विकास इसी नदी के आसपास हुआ है.

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Inna Khosla
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Tons River

Tons River ( Photo Credit : News Nation)

Mythological Story:  देहरादून की टोंस नदी को "आंसुओं से बनी" कहना एक मिथक है. इस मिथक के पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं. देहरादून की टोंस नदी का इतिहास भी काफी प्राचीन है. यह नदी देहरादून जिले में स्थित है और उत्तराखंड राज्य के मुख्य नदियों में से एक है. टोंस नदी के बारे में महाभारत काल में पढ़ने को मिलता है, और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है. टोंस नदी के किनारे बसे विभिन्न पुरातात्विक स्थल, मंदिर और ऐतिहासिक स्थलों का साक्षात्कार करने का अवसर प्राप्त होता है. इस नदी के किनारे स्थित ये स्थल प्राचीनतम सभी युगों के इतिहास को दर्शाते हैं. टोंस नदी का प्राचीन इतिहास वाणिज्य, धार्मिक, और सांस्कृतिक गतिविधियों से भरा है. इसके किनारे स्थित नगरों और गाँवों का विकास इसी नदी के आसपास हुआ है. टोंस नदी ने देहरादून के समृद्ध इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया है और आज भी इसका महत्व बना हुआ है.

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1. राजा द्रुपद की पुत्री द्रौपदी:

कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद, द्रौपदी अपने पति पांडवों और बच्चों के साथ देहरादून में रहने आई थीं. वहां, वह अपने पति और बच्चों की मृत्यु का शोक मनाती थीं और उनके लिए आंसू बहाती थीं. इन आंसुओं से टोंस नदी का निर्माण हुआ.

2. गंगा नदी का अवतार:

एक अन्य कहानी के अनुसार, टोंस नदी गंगा नदी का अवतार है. गंगा नदी को स्वर्ग से पृथ्वी पर लाने के लिए, भगवान शिव ने अपनी जटाओं में गंगा नदी को धारण किया था. जब भगवान शिव देहरादून में पहुंचे, तो उनकी जटाओं से कुछ बूंदें टपक गईं, जिससे टोंस नदी का निर्माण हुआ.

3. राक्षसों का रक्त:

एक अन्य कहानी के अनुसार, टोंस नदी राक्षसों के रक्त से बनी है. कहा जाता है कि देवताओं और राक्षसों के बीच युद्ध में, देवताओं ने राक्षसों का वध किया और उनके रक्त से टोंस नदी का निर्माण हुआ.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सभी कहानियां मिथक हैं और इनके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. टोंस नदी हिमालय से निकलने वाली एक प्राकृतिक नदी है, जो वर्षा जल और बर्फ पिघलने से बनती है.

देहरादून की टोंस नदी को "आँसुओं से बनी" कहना एक मिथक है. यह मिथक विभिन्न कहानियों पर आधारित है, जिनके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. टोंस नदी हिमालय से निकलने वाली एक प्राकृतिक नदी है, जो वर्षा जल और बर्फ पिघलने से बनती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

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