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Rohini Vrat List 2024: साल 2024 में कब-कब मनाया जाएगा रोहिणी व्रत? तुरंत नोट करें तिथियां

Rohini Vrat List 2024: जैन धर्म में रोहिणी व्रत भगवान वासुपूज्य 24 तीर्थंकरों में से 12वें तीर्थंकर की पूजा करने का एक दिन है. आइए जानते हैं 2024 में रोहिणी व्रत की तिथियां साथ ही जानें इस व्रत की पूजा विधि, लाभ और नियम.

Updated on: 18 Feb 2024, 12:08 PM

नई दिल्ली:

Rohini Vrat List 2024: जैन धर्म में रोहिणी व्रत भगवान वासुपूज्य 24 तीर्थंकरों में से 12वें तीर्थंकर की पूजा करने का एक दिन है. यह व्रत आत्मा को विकारों से मुक्त करने और कर्म बंधन से छुटकारा पाने में सहायक माना जाता है. मान्यता है कि रोहिणी व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है. महिलाएं अपने परिवार में सुख-शांति और समृद्धि के लिए यह व्रत रखती हैं. यह व्रत पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए भी रखा जाता है. इसके साथ ही इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है. पंचांग के अनुसार आज यानि 18 फरवरी 2024 दिन रविवार को रोहिणी व्रत रखा जाएगा. आइए जानते हैं 2024 में रोहिणी व्रत की तिथियां साथ ही जानें इस व्रत की पूजा विधि. 

रोहिणी व्रत हर महीने के 27वें दिन मनाया जाता है, जब रोहिणी नक्षत्र होता है. आइए जानते हैं साल 2024 में कब-कब है रोहिणी नक्षत्र. 

2024 में रोहिणी व्रत की तिथियां

18 फरवरी 2024
18 मार्च 2024
16 अप्रैल 2024
15 मई 2024
13 जून 2024
12 जुलाई 2024
10 अगस्त 204
8 सितंबर 2024
7 अक्टूबर 2024
5 नवंबर 2024
4 दिसंबर 2024

रोहिणी व्रत की पूजा विधि

रोहिणी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. घर की सफाई करें और पूजा स्थान को सजाएं. भगवान वासुपूज्य की प्रतिमा स्थापित करें और दीप प्रज्वलित करें. भगवान वासुपूज्य की स्तुति और आरती करें. फल, फूल, मिठाई आदि का भोग लगाएं. व्रत कथा का पाठ करें. दिन भर उपवास रखें और भगवान वासुपूज्य का ध्यान करें. सूर्यास्त के बाद फलाहार करें. अगले दिन सुबह स्नान करके व्रत का पारण करें. 

रोहिणी व्रत के नियम

व्रत के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें. झूठ बोलना, चोरी करना, हिंसा करना आदि से बचें. क्रोध, लोभ, मोह आदि नकारात्मक भावनाओं से दूर रहें. दान-पुण्य करें और जरूरतमंदों की मदद करें. 

रोहिणी व्रत के लाभ

रोहिणी व्रत रखने से भगवान वासुपूज्य की कृपा प्राप्त होती है. यह व्रत आत्मा को शुद्ध करने और कर्म बंधन से छुटकारा पाने में सहायक माना जाता है. मान्यता है कि रोहिणी व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है. यह व्रत परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाने में भी सहायक माना जाता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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