Chandra Grahan 2021: कल लग रहा है चंद्रग्रहण, इस दौरान भूलकर भी न करें ये काम
भारत में चंद्रोदय के तत्काल बाद ग्रहण की आंशिक प्रावस्था का अंत अल्प अवधि के लिए भारत के उत्तर पूर्वी हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओड़िशा के कुछ तटीय भागों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से दिखाई देगा .
नई दिल्ली:
26 मई 2021 (5 ज्येष्ठ, शक संवत 1943) को पूर्ण चंद्र ग्रहण घटित होगा . भारत में चंद्रोदय के तत्काल बाद ग्रहण की आंशिक प्रावस्था का अंत अल्प अवधि के लिए भारत के उत्तर पूर्वी हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओड़िशा के कुछ तटीय भागों और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से दिखाई देगा . ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर को कवर करने वाले क्षेत्र में दिखाई देगा. ग्रहण का आंशिक चरण भारतीय समय के अनुसार 15 बजकर 15 मिनट पर प्रारंभ होगा. कुल चरण भारतीय समय के अनुसार 16 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ होगा. कुल चरण भारतीय समय के अनुसार 16 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगा. आंशिक चरण 18 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा.
खगोल विज्ञान के अनुसार जब धरती पूरी तरह चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, तो इस स्थिति को पूर्ण चंद्रग्रहण कहते हैं. इस स्थिति में चंद्रमा लाल नजर आता है, इसे ब्लड मून भी कहा जाता है. जहां विज्ञान के मुताबिक चंद्रग्रहण पूरी तरह खगोलीय घटना है, वहीं भारत में चंद्र ग्रहण को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है. मान्यता है कि राहु-केतु सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण लगाते हैं.
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चंद्रग्रहण का सूतक काल
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. परन्तु यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है और भारत में यह दिखाई भी नहीं पड़ेगा. इसलिए इस चंद्रग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होगा.
चंद्रग्रहण का समय
चंद्रग्रहण प्रारंभ- 26 मई, बुधवार को दोपहर 3:15 मिनट पर शुरू
चंद्रग्रहण समाप्त- 7:19 बजे पर समाप्त
चंद्रग्रहण के दौरान भूलकर न करें ये काम
- ग्रहण के दौरान अन्न जल ग्रहण नहीं करना चाहिए.
- चंद्र ग्रहण के दौरान स्नान नहीं करना चाहिए. ग्रहण खत्म होने के बाद या इससे पहले स्नान कर लें.
- ग्रहण को कभी भी खुली आंख से नहीं देखना चाहिए. इसका आंखों पर बुरा असर पड़ता है.
- ग्रहण के समय मंत्रों का जाप करें.
चंद्रग्रहण के समय अपनाएं ये उपाय-
- यदि घर में कोई लंबे समय से बीमारी है तो ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन आदि करने से से लाभ होता है.
- चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो 'ऊं चंद्राय नम:' मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा.
- ग्रहण के दौरान प्राणायाम और व्यायाम करना चाहिए, सोच को सकारात्मक रखना चाहिए.
- चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद घर में शुद्धता के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए.
- स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान करा कर उनकी पूजा करें.
- जरूरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मणों को अनाज का दान करना चाहिए.
अगला चंद्रग्रहण का तारीख
19 नवम्बर 2021 को घटित होने वाला अगला चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा . यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जिसकी आंशिक प्रावस्था का अंत चंद्रोदय के तत्काल उपरांत अल्प अवधि के लिए अरुणांचल प्रदेश और असम के सुदूर उत्तर पूर्वी हिस्सों से दृश्य होगा .
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा को घटित होता है जब पृथ्वी सूर्य एवं चंद्रमा के बीच आ जाती है तथा ये तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित रहते हैं . पूर्ण चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की प्रच्छाया से आवृत हो जाता है तथा आंशिक चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा का एक हिस्सा ही पृथ्वी की प्रच्छाया से ढक पाता है .
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