Kumbh mela 2019 : आज है पौष पूर्णिमा जानें पूजा विधि और दान-दक्षिणा का सही समय
ज्ञान, चेतना और उसका परस्पर मंथन कुम्भ मेले का वो आयाम है जो आदि काल से ही हिन्दू धर्मावलम्बियों की जागृत चेतना को बिना किसी आमन्त्रण के खींच कर ले आता है.
नई दिल्ली:
आस्था, विश्वास, सौहार्द एवं संस्कृतियों के मिलन का पर्व है “कुम्भ”. ज्ञान, चेतना और उसका परस्पर मंथन कुम्भ मेले का वो आयाम है जो आदि काल से ही हिन्दू धर्मावलम्बियों की जागृत चेतना को बिना किसी आमन्त्रण के खींच कर ले आता है. मोक्ष की कामना के साथ संगम की रेती पर सोमवार को आस्था का समंदर हिलोरें मार रहा है. कुंभ मेला में पौष पूर्णिमा के मौके पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान करना शुरू कर दिया मोक्ष की कामना के साथ संगम की रेती पर सोमवार को आस्था का समंदर देश-विदेश से ऋद्धालुओं ने संगम में स्नान करना शुरू कर दिया है. प्रशासन ने करीब एक करोड़ श्रृद्धालुओं के पावन गंगा में डुबकी लगाने का अनुमान लगाया है.
Prayagraj: Devotees offer prayers and take holy dip on the occasion of Paush Purnima at Triveni Sangam . #KumbhMela2019 pic.twitter.com/T91yZinCbZ
— ANI UP (@ANINewsUP) January 21, 2019
हिंदू धर्म में पूर्णिमा का है खास महत्व
मोक्ष की कामना रखने वालों के लिए पौष पूर्णिमा का दिन बेहद खास होता है. इस तिथि को सूर्य और चंद्रमा का संगम भी कहा जाता है. पौष का महीना सूर्य देव का माह होता है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है. चंद्रमा के साथ-साथ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु की आराधना को समर्पित होता है.
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जानें स्नान, पूजा और दान का शुभ मुहूर्त
बताया जा रहा है कि इस बार पौष पूर्णिमा 20 जनवरी की दोपहर 14:20 से ही शुरू होगी.जो 21 जनवरी को 10:47 तक रहेगी.20 जनवरी को दोपहर से पूर्णिमा लगेगी इस लिहाज से दान, स्नान और पूजा के लिए 21 जनवरी ही शुभ माना जाएगा.इस दिन सुबह सवेरे उठकर पवित्र नदियों में स्नान किया जा सकता है.इसके बाद पूजा कर दान दिया जाता है.
पौष पूर्णिमा व्रत और पूजा विधि
1. पौष पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें.
2. वरुण देव को प्रणाम कर पवित्र नदी या कुंड में स्नान करें.बनारस के दशाश्वमेध घाट व प्रयाग में त्रिवेणी संगम पर पर डुबकी लगाना शुभ और पवित्र माना जाता है.
3. इसके बाद सूर्य मंत्र के साथ सूर्य देव को अर्घ्य दें.
4. किसी जरूरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराएं.
5. ब्राह्मण या गरीब व्यक्ति को तिल, गुड़, कंबल और ऊनी वस्त्र का दान करें.
कुंभ में आज
कुम्भ मेले में पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व आज
पौष पूर्णिमा पर संगम में लाखों श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी
कुंभ मेला प्रशासन का 60 लाख श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान
स्नान के लिए प्रशासन ने बनाये 35 स्नान घाट
स्नान घाटों पर एनडीआरएफ और जल पुलिस तैनात
आज पौष पूर्णिमा स्नान के साथ आरंभ हो जाएगा कल्पवास
इस बार कुंभ मेले में 15 से 20 लाख कल्पवासियों के कल्पवास का भी अनुमान है.
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