महाशिवरात्रि पर आज हरिद्वार कुंभ का पहला शाही स्नान, हर की पौड़ी पर श्रद्धालुओं का हुजूम
आम श्रद्धालुओं को सुबह 7 बजे तक ही स्नान करने दिया जाएगा. 7 बजे के बाद हर की पौड़ी क्षेत्र को खाली करवा लिया जाएगा, इसके बाद घाटों की सफाई की जाएगी और 11 बजे से अलग-अलग अखाड़ों का शाही स्नान शुरू हो जाएगा.
highlights
- आम श्रद्धालुओं को 7 बजे तक ही स्नान की इजाजत
- शाही स्नान के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
- सुरक्षा के लिए हर की पौड़ी को कई जोन में बांटा
हरिद्वार:
महाशिवरात्रि पर आज हरिद्वार में पहला शाही स्नान है. जूना अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा और किन्नर अखाड़ा करीब 11 बजे हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करने के लिए पहुचेंगे. इसके बाद निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा करीब 1 बजे हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करेंगे. इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा करीब 4 बजे हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करेंगे. इसे लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं. नागा-साधुओं के शाही स्नान के लिए आगमन को देखते हुए सुबह 7 बजे तक ही आम श्रद्धालुओं को स्नान करने दिया गया. इसके बाद यात्री और श्रद्धालुओं के आगमन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ के शाही स्नान को देखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु संपूर्ण मेला क्षेत्र को 3 सुपर जोन, 9 जोन और 25 सेक्टरों (1 जीआरपी तथा 1 यातायात के सेक्टर सहित) में बांटकर पुलिस बलों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है. प्रत्येक जोन में प्रभारी अधिकारी के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टरों में पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है.
आपातकालीन यातायात योजना
मुख्य यातायात व्यवस्था के अलावा 9 आपातकालीन यातायात योजनाएं भी बनाई गई हैं, जिन्हें परिस्थितियों के अनुसार अमल में लाया जाएगा. इसके अलावा किसी भी तरह की आकस्मिक स्थिति आने पर तात्कालिक रूप से सहायता पहुंचाने के लिए निर्धारित मार्गों से अलग 8 प्रशासनिक मार्गों का भी चयन किया गया है. इसके अलावा संपूर्ण शाही स्नान जुलूस मार्ग के लिए अलग से पुलिस व्यवस्था बनाई गई है. संपूर्ण जुलूस मार्ग की पुलिस व्यवस्था को 1 सुपर जोन, 2 जोन और 4 सेक्टरों में में बांटा गया है.
शाही स्नान हेतु की गई अन्य पुलिस व्यवस्था
हरिद्वार में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. लगभग 18 स्थानों पर रस्सा फोर्स लगाई गई है. साथ ही मेला क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की विध्वंसक वस्तु अथवा अवैध अस्त्र-शस्त्र न ला सके इसके लिए विभिन्न स्थानों में अभिसूचना इकाई की 28 अलग-अलग टीमें हैंड हेल्ड मैटल डिटेक्टर और डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर सहित दिन-रात चैकिंग-फ्रिस्किंग और अभिसूचना संकलन का कार्य करती रहेंगी. 21 जगहों पर अग्निशमन विभाग की टीमें अग्निशामक उपकरणों और वाहनों के साथ तैयारी की स्थिति में रहेंगी. जबकि मेले के दौरान संचार व्यवस्था चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए अखाड़ा, जीआरपी, पैरामिलिट्री एवं यातायात ग्रिड सहित कुल 11 ग्रिड संचालित रहेंगे.
जेबकतरी रोकने के लिए 7 टीम
इसके साथ ही मेला हेल्पलाइन पर आने वाली कॉल पर तुरंत रिस्पांस के लिए लगातार पारियों में 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है. 4 हेल्पलाइन नंबर (01334-222012, 01334-222011, 01334-259300 और 9411112988) भी जारी किए गए हैं. स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं के गंगा में पैर फिसल कर बहने और डूबकर मृत्यु होने की घटनाओं पर अंकुश लगाए जाने हेतु जल पुलिस, SDRF और आपदा राहत दल की सम्मिलित ड्यूटी सभी आवश्यक उपकरणों और बोट सहित 18 संवेदनशील स्थानों पर लगाई गई है. बम निरोधक दस्ता वर्तमान समय में आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिगत बम निरोधक दस्ते की 7 टीमों की ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई है. उक्त टीमें किसी भी बम को निष्क्रिय करने के आधुनिक उपकरणों से लैस रहेंगी. इसके अलावा जेबकतरा स्क्वाड सादे वस्त्रों में जेबकतरी और उठाईगिरी रोकने के लिए 7 टीमों को लगाया गया है.
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