Mahakumbh One Day Trip: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आध्यात्मिकता, संस्कृति और भव्यता का संगम देखने के लिए लाखों श्रद्धालु जुटते हैं. अगर आप एक दिन के लिए प्रयागराज आ रहे हैं तो यहां की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों का अनुभव करना आपके लिए यादगार हो सकता है. सुबह से रात तक की इस यात्रा की योजना यहां दी गई है.
सुबह त्रिवेणी संगम में डुबकी और लेटे हनुमान जी के दर्शन
सुबह-सुबह प्रयागराज पहुंचते ही सबसे पहले त्रिवेणी संगम का रुख करें. गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के इस पवित्र संगम पर बोट के जरिए पहुंचें और त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाएं. यह स्थान पापों का नाश और मनोकामना पूर्ति के लिए जाना जाता है.
इसके बाद लेटे हनुमान जी के मंदिर (Lete Hanuman Mandir) जाएं. यह प्राचीन मंदिर महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और वीआईपी मेहमानों के बीच भी आकर्षण का केंद्र होता है. हनुमान जी की यह अनोखी मूर्ति लेटी हुई अवस्था में है और यह मंदिर मनोकामना पूर्ति के लिए प्रसिद्ध है.
दोपहर अखाड़ों का अनूठा अनुभव
हनुमान जी के दर्शन के बाद सीधा अखाड़ों का रुख करें. महाकुंभ के दौरान अखाड़ों (akhara visit) का दौरा एक विशेष अनुभव होता है. यहां संतों और साधुओं की भव्यता और उनकी साधनाएं देखने को मिलती हैं. 13 प्रमुख अखाड़ों के शिविरों में जाकर उनकी परंपराओं और दैनिक गतिविधियों को करीब से देखना न भूलें. यह अनुभव सिर्फ महाकुंभ में ही संभव है.
शाम शिवालय पार्क और शास्त्री ब्रिज से अद्भुत नज़ारा
शाम होते ही शिवालय पार्क (Shivalay Park) जाएं. यह पार्क अपनी अनोखी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां आपको 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन एक ही स्थान पर हो जाते हैं. यहां का शांतिपूर्ण वातावरण और भव्य मंदिर परिसर आपकी शाम को खास बना देगा.
इसके बाद शास्त्री ब्रिज पहुंचें. यह स्थान अंधेरे में रोशनी से जगमगाता हुआ ऐसा प्रतीत होता है जैसे पूरा शहर तारों से घिरा हो. यहां से पूरे प्रयागराज का अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है.
रात गंगा आरती, वॉटर लेजर शो और घाटों का भ्रमण
रात 7 बजे संगम तट पर गंगा आरती (ganga aarti) देखें. यह आरती महाकुंभ का मुख्य आकर्षण होती है. दीपों की रोशनी, मंत्रोच्चार और भक्तों की भीड़ इस आरती को दिव्य अनुभव बना देती है.
इसके बाद 8 बजे काली घाट पर बोट क्लब के पास वॉटर लेजर शो (water laser show) का आनंद लें. इस शो में आधुनिक तकनीक के माध्यम से गंगा और भारतीय संस्कृति की कहानी दिखाई जाती है. इसे देखना न भूलें.
इसके अलावा, अरैल घाट और वीआईपी घाट पर जाकर भी महाकुंभ का आनंद लिया जा सकता है. यहां का सौंदर्य और भव्यता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी. मनकामेश्वर मंदिर और अलोपी देवी मंदिर के दर्शन करना भी आपकी यात्रा को पूर्णता देगा. प्रयागराज महाकुंभ 2025 में एक दिन का यह यात्रा अनुभव आपको आध्यात्मिकता, सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिकता का अद्भुत संगम दिखाएगा. सुबह से रात तक यहां की हर गतिविधि आपको भारत की समृद्ध परंपरा और महाकुंभ की दिव्यता से जोड़ देगी.