Mahakumbh 2025 Route Diversion: महाकुंभ 2025 के दूसरे दिन मकर संक्रांति पर अमृत स्नान के अवसर पर लगभग साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति के कारण मेला पुलिस को यातायात योजना में त्वरित बदलाव करने पड़े. श्रद्धालुओं की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया.
महाकुंभ 2025 का लेटेस्ट रूट डायवर्जन (Mahakumbh 2025 latest route diversion)
दशाश्वमेध मंदिर क्षेत्र
भीड़ के अत्यधिक दबाव के चलते, दारागंज, अलोपीबाग, बाघम्बरी, अल्लापुर से ओल्ड जीटी दारागंज मार्ग होकर आने वाले श्रद्धालुओं को गंगापूर्ति तिराहे पर बैरियर लगाकर बाएं मोड़ा गया. उन्हें दशाश्वमेध मंदिर की ओर न भेजकर पीपा पुल संख्या 13, गंगोली शिवालय के माध्यम से झूसी क्षेत्र के सेक्टर 5 में बने स्नान घाटों पर भेजा गया.
संगम क्षेत्र
संगम क्षेत्र में भीड़ बढ़ने पर सेक्टर 6 से 10 होकर संगम की ओर आने वाले श्रद्धालुओं को विभिन्न चौराहों पर बैरियर लगाकर बाएं मोड़कर संबंधित क्षेत्रों में बने स्नान घाटों पर भेजा गया. अगर इन क्षेत्रों में भी भीड़ बढ़ती तो पीपा पुलों के माध्यम से श्रद्धालुओं को स्नान के लिए निर्देशित किया जाएगा.
जवाहरलाल नेहरू मार्ग
इस मार्ग से आने वाले पैदल तीर्थयात्रियों को बालसन चौराहे से इंदू स्कैनिंग तिराहे की ओर मोड़ा जा रहा है फिर तमन्ना हॉस्पिटल चौराहे से बक्शी बांध आरओबी की ओर निर्देशित किया गया. बक्शी बांध से नागवासुकी रैंप के माध्यम से उन्हें स्नान घाटों की ओर भेजे गए.
इन परिवर्तनों का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सुगम बनाना था. आगामी प्रमुख स्नान पर्वों, जैसे मौनी अमावस्या (29 जनवरी), बसंत पंचमी (3 फरवरी), माघी पूर्णिमा (12 फरवरी) और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के लिए भी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे.
तो आप भी अगर इस बार महाकुंभ में संगम घाट पर आस्था की डुबकी लगाने का प्लान बना रहे हैं तो इस रूट से ही जाएं. करोड़ों लोगों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इसे प्लान किया है. अगर आप बुजुर्ग या बच्चों के साथ जा रहे हैं तो ये जान लें कि आपको यहां पैदल बहुत चलना पड़ सकता है.