उत्तर प्रदेश के प्रयाग में आज 15 जनवरी यानी मंगलवार से 49 दिन तक चलने वाले कुंभ की शुरुआत हो चुकी है. शाही स्नान के लिए सबसे पहले संगम तट पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी का जुलूस पहुंचा. अखाड़े के देव भगवान कपिल देव तथा नागा संन्यासियों ने अखाड़े की अगुआई की. महानिर्वाणी अखाड़े के बाद श्री पंचायती अटल अखाड़े के संत, आचार्य और महामंडलेश्वर संगम तट पर शाही अंदाज में पहुंचे और तय समय के मुताबिक पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के संतों ने सबसे पहले संगम तट पर डुबकी लगाई.
संगम पर दिखा अद्भुत नजारा
प्रयागराज में संगम तट पर दूधिया रोशनी में नहाए पीपों के पुल की आभा देखते ही बन रही है. संगम के वे घाट खाली करा दिए गए, जहां संतों का शाही स्नान होना है. प्रथम शाही स्नान के लिए जब श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के श्री महंत, महंत, आचार्य, रथ, घोड़े, छत्र, चंवर लिए अपनी पूरी भव्यता के साथ संगम की ओर रवाना हुए, तो उनके दर्शन के लिए लोग उत्साहित हो गए
आपको बता दें आज से शुरू हुआ कुंभ मेला 4 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा. आखिरी शाही स्नान 4 मार्च को होगा और इसी दिन कुंभ मेले का समापन भी हो जाएगा. हर अखाड़े को स्नान के लिए 40 मिनट का समय दिया गया है.
देखें कब-कब हैं अखाड़ों के शाही स्नान की प्रमुख तिथियां


10 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की संभावना
माना जा रहा है कि 49 दिनों तक चलने वाले इस बार के कुंभ मेले में करीब 12 करोड़ लोगों के आने की संभावना है इसमें 10 लाख के करीब विदेशी नागरिक भी होंगे. उत्तर प्रदेश सरकार कुंभ 2019 को अब तक का सबसे भव्य कुंभ बता रही है और सरकार ने इसकी खूब ब्रांडिंग भी की है.
एक नजर में देखें कुंभ की खास बातें
- 45 वर्ग किमी में कुंभ मेला
- 600 रसोईघर
- 48 मिल्क बूथ
- 200 एटीएम
- 4 हजार हॉट स्पॉट
- 1.20 लाख बॉयो टॉयलेट
- 800 स्पेशल ट्रेनें चलाईं
- 300 किमी. रोड बनी
- 40 हजार एलईडी
- 5 लाख गाड़ियों के लिए पार्किंग एरिया