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Kharmas 2025
Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास को एक खास अवधि माना जाता है. जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तब लगभग एक महीने का समय खरमास कहलाता है. यह काल भोग-विलास के बजाय संयम, साधना और आत्मचिंतन के लिए शुभ माना गया है. इसी कारण इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्यों से दूरी रखने की परंपरा है. लेकिन मन में सवाल उठता है कि क्या इस समय जन्मदिन या सालगिरह मनाई जा सकती है? आइए शास्त्र में जानते हैं इसका नियम.
खरमास में कौन से कार्य नहीं करने चाहिए?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास के समय विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन और यज्ञ जैसे मांगलिक संस्कार नहीं किए जाते. ऐसा माना जाता है कि इस अवधि में सूर्य की शक्ति कम रहती है. इसलिए शुभ कार्यों का पूरा फल नहीं मिल पाता.
क्या खरमास में बर्थडे या एनिवर्सरी मना सकते हैं?
हिंदू शास्त्रों में जन्मदिन या शादी की सालगिरह मनाने को लेकर कोई सीधा नियम नहीं बताया गया है. असल में, बर्थडे पार्टी और एनिवर्सरी सेलिब्रेशन आधुनिक समय की परंपराएं हैं. इसी कारण इन्हें पूरी तरह वर्जित नहीं माना गया है. हालांकि, धार्मिक दृष्टि से सलाह दी जाती है कि इस दौरान अत्यधिक मौज-मस्ती से बचना चाहिए.
खरमास में जन्मदिन कैसे मनाएं?
अगर किसी का जन्मदिन या वैवाहिक वर्षगांठ खरमास में आती है, तो इसे सादगी से मनाना बेहतर होता है. इस दिन भगवान का ध्यान करें. दान-पुण्य करें और जरूरतमंदों की मदद करें. गरीबों को भोजन कराना और गौसेवा करना भी शुभ माना जाता है.
खरमास में इन बातों से जरूर बचें
बड़े और भव्य आयोजनों का आयोजन न करें.
तामसिक भोजन और शराब से दूरी बनाए रखें.
तेज संगीत और शोर-शराबे से दूसरों को परेशान न करें.
खरमास आत्मसंयम और साधना का समय माना जाता है. इस दौरान जन्मदिन या सालगिरह मनाना पूरी तरह गलत नहीं है. लेकिन इसे दिखावे के बजाय सादगी और सेवा भाव के साथ मनाना ही शुभ फल देता है.
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Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है. इसका उद्देश्य केवल सामान्य सूचना देना है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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