Year 2025 Goddess Lakshmi Puja: हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी को धन, समृद्धि, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी के रूप में पूजा जाता है. भगवान विष्णु की पत्नी और त्रिदेवियों में से एक देवी लक्ष्मी के आठ रूप, जिन्हें अष्टलक्ष्मी कहा जाता है, समृद्धि दिलाते हैं. अगर आप साल के पहले दिन देवी लक्ष्मी की पूजा विधि विधान के साथ करते हैं तो माना जाता है कि सालभर आप पर उनकी कृपा बनी रहती है. इस साल नए साल की शुरुआत बुधवार के दिन से हो रही है. ऐसे में देवी लक्ष्मी के साथ गणेश जी की पूजा का भी विशेष महत्व है.
देवी लक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी रूप
- आदि लक्ष्मी- शाश्वत समृद्धि और शक्ति की देवी.
- धन लक्ष्मी- भौतिक धन और समृद्धि की देवी.
- धान्य लक्ष्मी- कृषि और अन्न के क्षेत्र में समृद्धि की देवी.
- गज लक्ष्मी- शक्ति और ऐश्वर्य की देवी.
- संतान लक्ष्मी- संतान और वंश वृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करने वाली देवी.
- वीर लक्ष्मी- साहस और शक्ति का प्रतीक.
- विद्या लक्ष्मी- ज्ञान और शिक्षा की देवी.
- विजय लक्ष्मी- विजय और सफलता का आशीर्वाद देने वाली देवी.
देवी लक्ष्मी की पूजा विधि
लक्ष्मी माता की पूजा करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. उनके पूजन में कमल का फूल, चावल, सिंदूर, दीपक और मिठाई का उपयोग करने का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है. साल के पहले दिन, शुक्रवार का दिन और चंद्र ग्रहण का समय देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
मंत्र
देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए साल 2025 में इस मंत्र का जाप करें.
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)