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Yamuna Chhath 2024 Date( Photo Credit : News Nation)
Yamuna Chhath 2024 Date: यमुना छठ का त्योहार हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है. 2024 में, यमुना छठ 14 अप्रैल को मनाई जाएगी. यमुना नदी हिंदुओं के लिए एक पवित्र नदी है. यमुना छठ हर साल चैत्र महीने की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. यमुना छठ का त्योहार यमुना नदी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और यमुना देवी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है. यह त्योहार पवित्रता, शुद्धि और समृद्धि का प्रतीक है. यमुना छठ के दौरान लोग यमुना नदी में स्नान करते हैं. यमुना देवी की पूजा करते हैं. दान करते हैं और उपवास भी रखते हैं. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यमुना नदी में अर्घ्य देते हैं. यमुना छठ एक लोकप्रिय त्योहार है जो भारत के कई राज्यों में मनाया जाता है. यह त्योहार लोगों को एकजुट करता है और उन्हें प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है.
यमुना छठ का शुभ मुहूर्त
षष्ठी तिथि प्रारंभ: 13 अप्रैल 2024, सुबह 10:54 बजे (IST)
षष्ठी तिथि समापन: 14 अप्रैल 2024, सुबह 8:32 बजे (IST)
सूर्योदय: 14 अप्रैल 2024, सुबह 6:07 बजे (IST)
सूर्यास्त: 14 अप्रैल 2024, शाम 6:56 बजे (IST)
यमुना छठ पर क्या करें क्या ना करें:
यमुना छठ पर क्या करें: यमुना छठ पर यमुना नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है. यह माना जाता है कि यमुना नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मन शुद्ध होता है. यमुना देवी की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. यमुना छठ पर दान करना शुभ माना जाता है. इस दिन उपवास रखने से मन शुद्ध होता है और यमुना देवी की कृपा प्राप्त होती है. यमुना छठ पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यमुना नदी में अर्घ्य देना महत्वपूर्ण है. अर्घ्य देने से यमुना देवी और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है.
यमुना छठ पर क्या ना करें: मांस, मछली और अंडे का सेवन न करें इससे यमुना देवी नाराज होती हैं. यमुना छठ पर शराब और तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए. झूठ न बोलें, चोरी न करें, किसी को गाली न दें. यह माना जाता है कि यमुना छठ पर किसी को गाली देने से यमुना देवी नाराज होती हैं. यमुना छठ का त्योहार हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है. यह त्योहार लोगों को एकजुट करता है और उन्हें प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau