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Yamraj
राहुकाल और भद्राकाल को सबसे अशुभ माना जाता है और कहा जाता है कि इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों के अलावा भी एक समय ऐसा जरूर आता है जो कि मृत्यु के देवता यमराज से जुड़ा हुआ है. यमराज के समय में आपको कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए क्योंकि वह असफल हो सकते हैं या उसके परिणाम अशुभ साबित हो सकते हैं. कुछ काम तो ‘साक्षात् मौत’ को निमंत्रण देने के समान है. ज्योतिष शास्त्र में यमगंड को अशुभ, असफलता देने वाला और मृत्यु के समान कष्ट देने वाला माना गया है. आइए आपको बताते हैं.
क्या है यमगंड
यमगंड का मतलब यमराज के प्रभाव वाला काल. ज्योतिष शास्त्र में यमगंड को मृत्यु सूचक, हानि, बाधा, भय और अपशकुन से जुड़ा माना जाता है. यह काल हर दिन में 1 घंटा 30 मिनट से 1 घंटा 40 मिनट तक हो सकता है. दिन के हिसाब से इस समय में बदलाव होता रहता है. पंचांग के मुताबिक आप इसका समय जान सकते हैं.
यमगंड में न करें ये 5 काम
लापरवाही से वाहन चलाना
यमगंड के टाइम में अगर आप लापरवाही से वाहन चलाते हैं तो यह साक्षात मौत को निमंत्रण देने जैसा है क्योंकि इस टाइम में हुई दुर्घटना मृत्यु के समान कष्ट देती है.
कोई नया काम न करें
यमगंड के समय में नया कार्य न करें. इसमें असफलता या हानि होने की आशंका रहती है.
बिजनेस शुरू न करें
यमगंड के समय में नई नौकरी ज्वाइन न करें. यदि ऐसा करते हैं तो वह जॉब आपके लिए काफी चुनौतिपूर्ण और तनाव देने वाली हो सकती है.
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विवाह, सगाई, विदाई न करें
यमगंड के समय में विवाह, सगाई, विदाई जैसे कार्य नहीं करने चाहिए. यह आपके लिए अशुभ साबित हो सकता है.
कोई शुभ संस्कार न करें
मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, गर्भाधान समेत कोई शुभ कार्य या संस्कार यमगंड में नहीं करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)