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Sawan 2021: धनु, मकर, कुंभ, मिथुन और तुला राशि के लोग करें यह उपाय, मिलेगी शनि दशा से मुक्ति

इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. इन राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या से मुक्ति के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है.

Updated on: 19 Jul 2021, 06:02 PM

highlights

  • इस साल 25 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा
  • 25 जुलाई से 22 अगस्त तक सावन का महीना चलेगा

दिल्ली:

हिन्दू और सनातन धर्म में सावन के महीने (Sawan 2021) को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है. सावन के महीने (Sawan Month) का अपना अलग ही महत्व है.  सावन की महीना भगवन शिव को समर्पित है. पुरे महीने लोग भगवन शिव की पूजा अर्चना में लगे होते हैं. सावन के महीने के सोमवार का और भी अधिक महत्व होता है. माना जाता है कि इस माह में शिव की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. इस साल 25 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा. 25 जुलाई से 22 अगस्त तक सावन का महीना चलेगा.

इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. इन राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या से मुक्ति के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इसलिए धनु, मकर, कुंभ , मिथुन और तुला राशि वालों को सावन मास में भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा अर्चना अवश्य करनी चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से शनि की दशा से मुक्ति मिल जाती है. इन राशियों के लोगों को शनि की दशा से मुक्ति के लिए यह उपाय अवश्य करने चाहिए.

ऐसे मिलेगी शनि दशा से मुक्ति
इन राशि के लोगों को सावन जातकों को सावन के महीने में भगवान शिव का रोजाना जलाभिषेक करना चाहिए. इससे भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही प्रतिदिन शिवलिंग पर जल या गंगा जल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से महादेव का विशेष आर्शीवाद प्राप्त होगा और शनि दोषों से मुक्ति भी मिल जाएगी. सावन के माह में भगवान शिव की विशेष उपासना करनी चाहिए. भोलेनाथ का ध्यान करते हुए शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे शनि दशा से मुक्ति मिलेगी.

भगवान राम के नाम करें संकीर्तन 
बताया जाता है कि भगवान राम नाम के संकीर्तन करने पर सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.  धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महादेव और माता पार्वती हमेशा भगवान राम के नाम का संकीर्तन करते रहते हैं. भगवान शिव उन भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं जो भगवान राम के नाम जप और संकीर्तन करते हैं.