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When is Jayaparvati Fast( Photo Credit : News Nation)
Jayaparvati Fast: जयापार्वती व्रत एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है जिसे मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है. इस व्रत को विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में मनाया जाता है और यह माँ पार्वती को समर्पित होता है. यह व्रत उनके अच्छे पति और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है. जयापार्वती व्रत का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाना है. इस व्रत को करने वाली महिलाएँं मां पार्वती से अच्छे पति और सुखी परिवार की कामना करती हैं. यह व्रत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी से शुरू होकर पांच दिनों तक चलता है.
जयापार्वती व्रत की तिथि
जयापार्वती व्रत शुक्रवार, जुलाई 19, 2024 को है
जयापार्वती प्रदोष पूजा मूहूर्त - 07:19 पी एम से 09:23 पी एम तक रहेगा. ये अवधि कुल 02 घण्टे 03 मिनट की है.
19 जुलाई से शुरू होकर जया पार्वती व्रत बुधवार, जुलाई 24, 2024 को समाप्त होगा.
गौरी व्रत बुधवार, जुलाई 17, 2024 को रखा जाएगा.
त्रयोदशी तिथि जुलाई 18, 2024 को 08:44 पी एम बजे प्रारंभ होगी और जुलाई 19, 2024 को 07:41 पी एम बजे इस तिथि का समापन होगा.
जयापार्वती व्रत की विधि
व्रत के दिन महिलाएं जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करती हैं. घर को साफ-सुथरा किया जाता है और पूजा स्थल को सजाया जाता है. पूजा सामग्री में माँ पार्वती की मूर्ति या चित्र, रोली, चंदन, अक्षत (चावल), पुष्प, धूप, दीप, फल, मिठाई, और प्रसाद रखें.
पूजा स्थल पर मां पार्वती की मूर्ति या चित्र स्थापित करने के बाद आप धूप, दीप जलाकर माँ पार्वती की आरती करें. इसके बाद आप मां पार्वती को पुष्प, रोली, और अक्षत चढ़ाएं और व्रत की कथा सुनें या पढ़ें.
व्रत के दौरान महिलाएं दिनभर उपवास रखती हैं और रात को फलाहार या केवल एक बार ही सात्विक आहार ग्रहण करती हैं. पांच दिनों तक चलने वाले इस व्रत का समापन भी खास तरीके किया जाता है. पांचवें दिन, महिलाएं विशेष पूजा और आरती करके व्रत का समापन करती हैं. इस दिन व्रतधारी महिलाएं गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन और दान करती हैं. जयापार्वती व्रत का पालन करने से महिलाएं अपने परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करती हैं और मां पार्वती से अपने वैवाहिक जीवन की रक्षा और खुशहाली की प्रार्थना करती हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau