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Hariyali Teej Kab Hai( Photo Credit : News Nation)
Hariyali Teej Kab Hai: सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हर साल हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है. हरियाली तीज को तीज या हरतालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है. माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह का प्रतीक है यह त्योहार मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है, खासकर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में. हरियाली तीज के अवसर पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं, नए कपड़े पहनती हैं, स्वादिष्ट व्यंजन बनाती हैं, भगवान शिव और पार्वती की पूजा करती हैं, और झूला झूलती हैं.
हरियाली तीज 2024 कब है ? (Sawan Me Teej Kab Hai)
हरियाली तीज बुधवार, अगस्त 7, 2024 को मनायी जाएगी. तृतीया तिथि अगस्त 06, 2024 को 07:52 पी एम बजे से शुरू होगी जो अगस्त 07, 2024 को 10:05 पी एम बजे तक रहेगी. उदयातिथि के कारण हरियाली तीज 7 अगस्त को ही मनायी जाएगी.
हरियाली तीज पूजा शुभ मुहूर्त (Hariyali Teej Pujan Muhurat 2024)
ब्रह्म मुहूर्त का समय 04:21 ए एम बजे से 05:03 ए एम बजे तक रहेगा.
इस दिन सूर्योदय 05:46 ए एम बजे होगा और सूर्यास्त 07:07 पी एम बजे होगा.
राहुकाल दोपहर 12:27 पी एम से 02:07 पी एम बजे तक रहेगा. इस दौरान कोई शुभ कार्य न करें.
इस दिन कोई भी अभिजीत मुहूर्त नहीं हैं लेकिन विजय मुहूर्त दोपहर 02:40 पी एम से 03:34 पी एम बजे तक रहेगा.
हरियाली तीज त्योहार का महत्व (Importance of Hariyali Teej)
हरियाली तीज पार्वती और शिव के विवाह का प्रतीक है. इस दिन महिलाएं पार्वती की तरह सोलह श्रृंगार करके शिव की पूजा करती हैं और उनसे सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मांगती हैं. इसे सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जो महिलाएं भगवान शिव और पार्वती की पूजा करती है उससे उनके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है. हरियाली तीज प्रेम और भक्ति का त्योहार भी है. इस दिन महिलाएं अपने पति के प्रति प्रेम और भक्ति का प्रदर्शन करती हैं.
हरियाली तीज के प्रमुख रीति-रिवाज
महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं, जिसमें मेहंदी, सिंदूर, बिंदी, मांग टीका, काजल, नथ, बालियां, हार, कंगन, चूड़ियां, पायल, साड़ी, बिंदी, गेंदा का फूल और मेहंदी शामिल हैं. भगवान शिव और पार्वती की पूजा में फूल, माला, दीप, धूप, नैवेद्य आदि महिलाएं उन्हें अर्पित करती हैं. सभी सुहागन स्त्रियां मिलकर इस दिन झूला झूलती हैं और भगवान शिव और पार्वती के विवाह के गीत गाती हैं. कुछ महिलाएं इस दिन निराहार व्रत भी रखती हैं. कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं, जैसे कि गेहूं की रोटी , कढ़ी , चावल , दही , मिठाई आदि. हरियाली तीज को एक रंगीन और जीवंत त्योहार कहा जाता है, जो महिलाओं के जीवन में खुशी और समृद्धि लाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau