US: इन 12 देशों के लोग नहीं कर पाएंगे अमेरिका की यात्रा, राष्ट्रपति ट्रंप ने लगाया बैन, 7 देशों पर की कड़ी कार्रवाई
World Environment Day 2025 पर जानिए कि बदलते पर्यावरण का सेहत पर कैसे पड़ रहा है असर
IPL 2025: कौन है RCB का मालिक? विजय माल्या से तो सालों पहले ही टूट गया था रिश्ता
Corona Virus: देश में लगातार बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, 4300 से ज्यादा संक्रमित, केरल में सबसे अधिक केस
Madhya Pradesh: पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में मधुमक्खियों का हमला, इंस्पेक्टर की मौत, तीन जवान घायल
मुंबई में दहेज उत्पीड़न को लेकर महिला ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया
Kerala Lottery Result: केरला लॉटरी से जीते एक करोड़ का प्राइज मनी, ये हैं लकी नंबर
असदुद्दीन ओवैसी ने बिलावल भुट्टो के बयान को 'मूर्खतापूर्ण' बताया
बेंगलुरु भगदड़ पर शिवराज सिंह चौहान ने जताया दुख, घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना

Chhath Puja Nahay Khay 2023: नहाय-खाय के रूप में मनाया जाता है छठ पर्व का पहला दिन, जानें नियम

Chhath Puja Nahay Khay 2023: छठ पर्व के त्योहार का इंतज़ार पूर्वांचल भारतीयों को सबसे ज्यादा होता है. बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल हिस्से में इसे धूमधाम से मनाया जाता है. इसके पहले दिन नहाय-खाय की रस्म होती है आइए जानते हैं इससे जुड़ी सारी बाते

author-image
Inna Khosla
एडिट
New Update
Chhath Puja Nahay Khay 2023 date

Chhath Puja Nahay Khay 2023( Photo Credit : news nation)

Chhath Puja Nahay Khay 2023: लोक आस्था के महापर्व छठ चार दिनों का त्योहार है. ऐसा माना जाता है कि छठ पूजा का आरंभ महाभारत काल के समय से हुआ. छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए भगवान सूर्य की आराधना की जाती है. गंगा-यमुना या किसी भी पवित्र नदी या पोखर के किनारे पानी में खड़े होकर यह पूजा की जाती है. पहले दिन को नहाय खाय के रूप में मनाते हैं. 36 घंटे के इस निर्जला व्रत के पहले दिन किन नियमों का पालन किया जाता है आइए जानते हैं. वैसे आपको बता दें कि इस बार 17 नवंबर 2023 को नहाय खाय की पूजा होगी और इसी दिन से चारों दिनों का ये महापर्व शुरु होगा. 

Advertisment

छठ पूजा पहला दिन नहाय-खाय के रूप में मनाया जाता है. इस दिन व्रती खुद को शुद्ध करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. स्नान के बाद घर की साफ-सफाई की जाती है. उसके बाद अरवा चावल, चने की दाल व कद्दू की सब्जी बना कर व्रती को खिलायी जाती है.

'नहाय-खाय' के दिन में खाने के बाद रात में आम दिनों की तरह खाना खाते हैं. छठ का त्यौहार सूर्योपासना का पर्व होता है. छठ का त्यौहार सूर्य की आराधना का पर्व है. सुबह में सूर्य की पहली किरण और सायंकाल में सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ देकर दोनों का नमन किया जाता है.

सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है. सुख-समृद्धि तथा मनोकामनाओं की पूर्ति का यह त्योहार सभी समान रूप से मनाते हैं.

यह 36 घंटे का निर्जला र्ज व्रत होता है. व्रत समाप्त होने के बाद ही व्रती अन्न और जल ग्रहण करते हैं. खरना पूजन से ही घर में देवी षष्ठी का आगमन हो जाता है. इस प्रकार भगवान सूर्य के इस पावन पर्व में शक्ति व ब्रह्मा दोनों की उपासना का फल एक साथ प्राप्त होता है.

षष्ठी के दिन घर के पास ही किसी नदी या तालाब के किनार पर इकाट्ठा होकर छठ की पूजा की जाती है.

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)

Source : News Nation Bureau

Chhath Puja 2023 Day 1 Religion News in Hindi chhath puja 2023 Religion nahay khay chhath puja 2023 date Nahay Khay Nahay Khay 2023 Date Chhath Puja
      
Advertisment