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Atmakarak Planet: आत्‍मकारक ग्रह का ज्‍योतिष में क्‍या अर्थ है, जानें ये हमारे जीवन पर कैसा प्रभाव डालता है

Atmakarak Planet: आत्मकारक ग्रह व्यक्ति के व्यक्तित्व और जीवन को प्रभावित करता है, उसके आत्मा और जीवन के उद्देश्य को प्रकट करता है. यह ग्रह व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं और निर्णयों को भी प्रभावित करता है.

Updated on: 02 Apr 2024, 03:29 PM

नई दिल्ली:

Atmakarak Planet: आत्मकारक ग्रह वह ग्रह होता है जो किसी जन्मकुंडली में व्यक्ति की व्यक्तित्व और भविष्य को प्रभावित करता है. इन ग्रहों के माध्यम से व्यक्ति की स्वाभाविक गुण, प्रवृत्ति, और व्यवहार का विश्लेषण किया जाता है और उनके जीवन में होने वाले घटनाओं का पूर्वानुमान किया जाता है. ज्योतिष शास्त्र में,आत्मकारक ग्रह वह ग्रह होता है जो आपकी जन्म कुंडली में सबसे अधिक अंश प्राप्त करता है. यह ग्रह आपके जीवन पर सबसे मजबूत प्रभाव डालता है और आपके व्यक्तित्व, आत्मा और जीवन के उद्देश्य को दर्शाता है.

आत्मकारक ग्रह की गणना कैसे करें:

आत्मकारक ग्रहों की गणना करने के लिए, व्यक्ति की जन्मकुंडली बनानी पड़ती है. जन्मकुंडली में आत्मकारक ग्रहों की स्थिति का पता लगाने के लिए, ज्योतिषियों द्वारा नक्षत्र, राशि, और ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण किया जाता है. इस प्रक्रिया में जन्म तिथि, समय, और स्थान के आधार पर गणना की जाती है और फिर व्यक्ति के आत्मकारक ग्रहों का पता चलता है. यह गणना ज्योतिष विज्ञान के तरीके और सिद्धांतों के आधार पर की जाती है. अपनी जन्म कुंडली में सभी ग्रहों की अंशों की गणना करें. सबसे अधिक अंश प्राप्त करने वाले ग्रह को आत्मकारक ग्रह माना जाता है.

आत्मकारक ग्रह का प्रभाव:

सूर्य: अगर सूर्य आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप आत्मविश्वासी, नेता, और ऊर्जावान होते हैं.
चंद्रमा: अगर चंद्रमा आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप भावुक, संवेदनशील, और रचनात्मक होते हैं.
मंगल: अगर मंगल आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप साहसी, ऊर्जावान, और महत्वाकांक्षी होते हैं.
बुध: अगर बुध आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप बुद्धिमान, जिज्ञासु, और संवादात्मक होते हैं.
बृहस्पति: अगर बृहस्पति आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप ज्ञानी, दयालु, और आशावादी होते हैं.
शुक्र: अगर शुक्र आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप सुंदर, आकर्षक, और कलात्मक होते हैं.
शनि: अगर शनि आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप अनुशासित, कर्मठ, और जिम्मेदार होते हैं.
राहु: अगर राहु आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप रहस्यमय, आकर्षक, और महत्वाकांक्षी होते हैं.
केतु: अगर केतु आपका आत्मकारक ग्रह है, तो आप आध्यात्मिक, रहस्यमय, और अंतर्मुखी होते हैं.

आत्मकारक ग्रह का महत्व:

  •  आत्मकारक ग्रह आपके व्यक्तित्व, आत्मा और जीवन के उद्देश्य को दर्शाता है.
  •  यह आपके जीवन में होने वाली घटनाओं और आपके द्वारा किए जाने वाले निर्णयों को प्रभावित करता है.
  •  यह आपको यह समझने में मदद कर सकता है कि आप कौन हैं और आप जीवन में क्या चाहते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)