सानतन धर्म: क्या है चावल का महत्व, क्यों पूजा में किया जाता है इस्तेमाल

Sanatan Dharm: क्या आप जानते हैं सनातन धर्म में क्या है अक्षत का महत्व, क्यों पूजा आदि में किया जाता है इसका इस्तेमाल

Sanatan Dharm: क्या आप जानते हैं सनातन धर्म में क्या है अक्षत का महत्व, क्यों पूजा आदि में किया जाता है इसका इस्तेमाल

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Dheeraj Sharma
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Know What is the importance of rice in Sanatan Dharm

Know What is the importance of rice in Sanatan Dharm ( Photo Credit : File)

Sanatan Dharm: सनातन धर्म में कई ऐसी बातें हैं जो युवा पीढ़ी ठीक से जानती नहीं है. दरअसल जब भी हमारे घर में कोई पूजा या मंगल काम होता है तो अक्षत यानी चावल का इस्तेमाल जरूर किया जाता है. कई बार तो बिना चावलों को पूजा को ही अधूरा माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर अक्षत का हमारे सनातन धर्म में क्या महत्व है.पूजा या प्रार्थना आदि मंगल कामों में चावल का ही इस्तेमाल क्यों किया जाता है. अगर नहीं तो हम आपको अपने इस लेख में बताते हैं. 

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सनातन धर्म में चावल का महत्व
चावल, जिसे अक्षत भी कहा जाता है, सनातन धर्म में पूजा-पाठ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह शुभता, समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। चावल का उपयोग कई धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा में किया जाता है।

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चावल का धार्मिक महत्व:

शुभता: चावल को शुभता का प्रतीक माना जाता है। यह माना जाता है कि चावल का उपयोग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है।
समृद्धि: चावल को समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। यह माना जाता है कि चावल का उपयोग धन, समृद्धि और खुशहाली लाने में मदद करता है।
पूर्णता: चावल का उपयोग पूर्णता का प्रतीक करने के लिए भी किया जाता है। यह माना जाता है कि चावल का उपयोग किसी भी कार्य या अनुष्ठान को पूर्ण करने में मदद करता है।
पूजा में चावल का उपयोग:

अक्षत: पूजा में चावल का उपयोग अक्षत के रूप में किया जाता है। अक्षत का अर्थ है "जो कभी टूटता नहीं है"। यह भगवान के प्रति समर्पण और भक्ति का प्रतीक है।
प्रसाद: चावल का उपयोग प्रसाद के रूप में भी किया जाता है। प्रसाद भगवान को अर्पित किया जाता है और बाद में भक्तों द्वारा ग्रहण किया जाता है।
हवन: चावल का उपयोग हवन में भी किया जाता है। हवन एक धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें आग में विभिन्न सामग्री अर्पित की जाती है।
चावल के अन्य धार्मिक उपयोग:

नवरात्रि: नवरात्रि के दौरान, चावल का उपयोग कलश स्थापना में किया जाता है।
दीपावली: दीपावली के दौरान, चावल का उपयोग रंगोली बनाने में किया जाता है।
श्राद्ध: श्राद्ध के दौरान, चावल का उपयोग पितरों को अर्पित करने के लिए किया जाता है।

चावल का उपयोग करने के पीछे वैज्ञानिक कारण:

चावल का उपयोग करने के पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी हैं। चावल में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करते हैं। चावल में कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं जो ऊर्जा प्रदान करते हैं।

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

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