Sanatan Dharma: सनातन धर्म में क्या है गौमाता का महत्व 

Sanatan Dharma: सनातन परंपरा में गाय को मां माना गया है. ऐसा माना जाता है कि जिस घर में गाय रहती है उस घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं. शुभता और दिव्यता का प्रतीक मानी जाने वाली गाय का धार्मिक महत्व जानने के लिए कृपया यह लेख पढ़ें.

Sanatan Dharma: सनातन परंपरा में गाय को मां माना गया है. ऐसा माना जाता है कि जिस घर में गाय रहती है उस घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं. शुभता और दिव्यता का प्रतीक मानी जाने वाली गाय का धार्मिक महत्व जानने के लिए कृपया यह लेख पढ़ें.

author-image
Inna Khosla
एडिट
New Update
Importance of cow in Sanatan Dharma

Importance of cow in Sanatan Dharma( Photo Credit : social media)

Sanatan Dharma:  सनातन धर्म में गोमाता को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है. गाय को हिंदू समाज में माता के समान पूजा जाता है और उसको "गोमाता" कहा जाता है. गाय को पूजने का यह मानना है कि गोमाता हमें अनेक प्रकार के लाभ प्रदान करती हैं. गोमाता के दूध, गोबर, ताल, मूत्र आदि कई प्रकार के उपयोग होते हैं. उसके दूध में विशेष तात्विक गुण होते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं. उसके गोबर का उपयोग धार्मिक कार्यों में, ऊर्जा स्रोत के रूप में, और खेती में किया जाता है. इसके अलावा, गाय को हिंदू समाज में पवित्र माना जाता है और उसकी पूजा कई धार्मिक उत्सवों और पारंपरिक कार्यक्रमों में की जाती है. गोमाता के पूजन से हमें समृद्धि, स्वास्थ्य, सौभाग्य, और धन की प्राप्ति होती है, इसलिए हिंदू समाज में उसका बहुत अधिक महत्व है. सनातन धर्म में गोमाता का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है. हिन्दू धर्म में गाय को माँ के समान माना जाता है. गाय को पवित्र माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है.

Advertisment

गोमाता का महत्व निम्नलिखित कारणों से है:

1. धार्मिक महत्व: हिन्दू धर्म में गाय को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. गाय को पवित्र माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है. गाय को दान करने का बहुत पुण्य माना जाता है. गाय के गोबर और गोमूत्र को भी पवित्र माना जाता है.

2. आर्थिक महत्व: गाय हमें दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर आदि प्रदान करती है. गाय का दूध अत्यंत पौष्टिक होता है और इसे बच्चों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है. गाय के गोबर का उपयोग खाद के रूप में किया जाता है.
गाय के मूत्र का उपयोग औषधीय गुणों के लिए किया जाता है. 

3. सामाजिक महत्व: गाय को गरीबों का सहारा माना जाता है. गाय का दूध और दही सभी के लिए उपलब्ध होता है. गाय को पालना एक पुण्य का कार्य माना जाता है. 

4. पर्यावरणीय महत्व: पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करती है. गाय के गोबर का उपयोग खाद के रूप में किया जाता है, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है. गौ मूत्र का उपयोग कीटनाशक के रूप में किया जाता है. 

सनातन धर्म में गोमाता का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है. गोमाता का सम्मान करना और उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य है. 

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Read Also:Holi Mantra: होली दहन पर करें इन मंत्रों का जाप, मिलेगी शक्ति और हर मुसीबत से मुक्ति

Source : News Nation Bureau

Religion News in Hindi Religion News Religion Sanatan Dharma cow importance in hinduism significance of cow in hinduism
      
Advertisment