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Shiva Rudrashtakam: शिव रुद्राष्टकम का पाठ क्या है, जानें इसे पढ़ने के चमत्कारी लाभ

Shiva Rudrashtakam: अगर आप भगवान शिव की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो 'श्री शिव रुद्राष्टकम्' का पाठ जरूर करें. इसका पाठ करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं.

Updated on: 17 Mar 2024, 04:15 PM

नई दिल्ली :

Shiva Rudrashtakam: शिव रुद्राष्टकम एक स्तोत्र है जो भगवान शिव को समर्पित है. यह स्तोत्र 108 श्लोकों का संग्रह है और इसका पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है. यह माना जाता है कि शिव रुद्राष्टकम का पाठ करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है. यह पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. यह पाठ करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और उसके स्वास्थ्य में सुधार होता है. व्यक्ति को अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.

शिव रुद्राष्टकम पाठ के लाभ:

मोक्ष प्राप्ति: शिव रुद्राष्टकम का पाठ मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है.
पापों का नाश: यह स्तोत्र पापों का नाश करने और कर्मों को शुद्ध करने में सहायक होता है.
ग्रहों की शांति: शिव रुद्राष्टकम का पाठ ग्रहों की शांति और कुंडली के दोषों को दूर करने में भी सहायक होता है.
मन की शांति: यह स्तोत्र मन को शांति प्रदान करता है और नकारात्मक विचारों को दूर करने में सहायक होता है.
भक्ति की भावना: शिव रुद्राष्टकम का पाठ भगवान शिव के प्रति भक्ति की भावना को बढ़ाता है.
इच्छाओं की पूर्ति: यह स्तोत्र मनोकामनाओं को पूर्ण करने में भी सहायक होता है.

शिव रुद्राष्टकम पाठ का महत्व: शिव रुद्राष्टकम भगवान शिव के 108 नामों का संग्रह है. यह स्तोत्र ऋषि दधीचि द्वारा रचित माना जाता है. यह स्तोत्र शिव पुराण में भी शामिल है. शिव रुद्राष्टकम का पाठ सोमवार, मंगलवार, शनिवार और प्रदोष काल में विशेष रूप से फलदायी माना जाता है. इस स्तोत्र का 11, 21, 51 या 108 बार पाठ करें.

शिव रुद्राष्टकम पाठ करते समय इन बातों का ध्यान रखें:

स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें. पूजा स्थान को साफ करके भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें. दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप से भगवान शिव की पूजा करें. शिव रुद्राष्टकम का पाठ ध्यानपूर्वक और भक्तिभाव से करें. पाठ के बाद आरती करें और भगवान शिव से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें. शिव रुद्राष्टकम का पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है. यह स्तोत्र जीवन में अनेक लाभ प्रदान करता है और भक्तिभाव को बढ़ाता है.

यह स्तोत्र मन को शांत करता है और तनाव से मुक्ति दिलाता है. एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है. व्यक्ति को आत्मविश्वास और साहस प्रदान करता है. अगर आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको नियमित रूप से शिव रुद्राष्टकम का पाठ करना चाहिए. शिव रुद्राष्टकम का पाठ केवल तभी प्रभावी होगा जब आप इसे पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ करेंगे.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)