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Rangbhari Ekadashi 2024: क्या है रंगभरी एकादशी? जानें इसकी तारीख,व्रत और पूजा विधि

Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी का नाम स्वयं इसके महत्वपूर्ण आयोजन को दर्शाता है, जिसमें लोग भगवान विष्णु की पूजा और अर्चना करते हैं.

Updated on: 13 Mar 2024, 07:32 PM

New Delhi:

Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी 2024 मार्च महीने में 20 तारीख को मनाई जाएगी. इसे आमलकी एकादशी और होली एकादशी भी कहा जाता है. यह एकादशी भगवान विष्णु और शिव जी को समर्पित है. रंगभरी एकादशी होली त्योहार से कुछ दिन पहले मनाई जाती है. रंगभरी एकादशी 2024 का महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है. यह पर्व फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को समर्पित है. इस विशेष तिथि को विभिन्न धार्मिक आचारों और उपायों के साथ मनाया जाता है. रंगभरी एकादशी का नाम स्वयं इसके महत्वपूर्ण आयोजन को दर्शाता है, जिसमें लोग भगवान विष्णु की पूजा और अर्चना करते हैं. इस पर्व के दौरान, लोग विभिन्न धार्मिक क्रियाएं करते हैं और ध्यान केंद्रित करते हैं. यह एक धार्मिक समारोह के रूप में माना जाता है जिसमें प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को महत्वपूर्ण रूप से सम्मान दिया जाता है. इस अवसर पर लोग आदर्श और अच्छे कर्मों की शपथ लेते हैं और भगवान की कृपा की कामना करते हैं. रंगभरी एकादशी एक महत्वपूर्ण समारोह है जो धार्मिकता, समरसता और सद्भावना का प्रतीक है. यह पर्व लोगों को एक-दूसरे के साथ साझा करने और परमात्मा की भक्ति में लगने के लिए एक अवसर प्रदान करता है.

रंगभरी एकादशी का महत्व: रंगभरी एकादशी को भगवान विष्णु और शिव जी को प्रसन्न करने के लिए मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस एकादशी का व्रत रखते हैं, उन्हें भगवान विष्णु और शिव जी की कृपा प्राप्त होती है. इसको पापों से मुक्ति पाने के लिए भी मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश हो जाता है. मृत्यु के भय से मुक्ति पाने के लिए भी इसे मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को मृत्यु के भय से मुक्ति प्राप्त होती है. 

रंगभरी एकादशी का व्रत कैसे रखें:

  • रंगभरी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
  • स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा करें.

- पूजा के बाद व्रत का संकल्प लें.

  •  पूरे दिन व्रत रखें और भगवान विष्णु और शिव जी का ध्यान करें.
  •  रात्रि में भगवान विष्णु और शिव जी की आरती करें.
  •  अगले दिन सुबह स्नान करके व्रत का पारण करें.

रंगभरी एकादशी के दिन क्या करें: रंगभरी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और शिव जी की पूजा करें. गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें. होली के रंगों से खेलें. रंगभरी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और शिव जी के मंदिर में जाएं.

रंगभरी एकादशी के दिन क्या न करें: रंगभरी एकादशी के दिन मांस, मदिरा और तंबाकू का सेवन न करें. झूठ न बोलें और किसी को परेशान न करें. क्रोध और लोभ से दूर रहें. रंगभरी एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है. इस एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु और शिव जी की कृपा प्राप्त होती है और पापों से मुक्ति मिलती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)