Vinayak Chaturthi 2022: चैत्र नवरात्रों के बीच पड़ रही है विनायक चतुर्थी, मां पुत्र के एक साथ आशीर्वाद से खास संयोग में खुलेगा सौभाग्य का मार्ग... जानें शुभ मुहूर्त और व्रत विधि
पंचांग के मुताबिक इस बार चैत्र नवरात्रि के दौरान विनायक चतुर्थी पड़ने वाली है. ऐसे में इस बार विनायक चतुर्थी पर खास संयोग बनने जा रहा है जो सौभाग्य के सभी मार्ग खोल देगा.
नई दिल्ली :
Vinayak Chaturthi 2022: पंचांग के मुताबिक, हर महीने दो चतुर्थी पड़ती है. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2022) कहते हैं, जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. चैत्र माह की विनायक चतुर्थी 4 अप्रैल को पड़ने वाली है. खास बात ये है कि इस बार विनायक चतुर्थी नवरात्रों के मध्य में पड़ रही है. जिसके चलते ये और भी महत्वपूर्ण होने जा रही है. इस विनायक चतुर्थी पर खास संयोग बनने जा रहा है जो सौभाग्य के सभी मार्ग खोल देगा. आइए जानते हैं कि चैत्र मास की विनायक चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में.
कब है चैत्र विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2022 Date)
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. इस दौरान चैत्र नवरात्रि भी रहेगी. चैत्र माह की विनायक चतुर्थी का व्रत मंगलवार 5 अप्रैल को पड़ रहा है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है. हालांकि इस दिन चंद्रमा का दर्शन करना निषेध माना गया है.
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Vinayak Chaturthi 2022 Shubh Muhurat)
हिंदी पंचांग के मुताबिक चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी तिथि की शुरुआत 4 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से हो रही है. चतुर्थी तिथि का समापन 5 अप्रैल, मंगलवार की शाम 3 बजकर 45 मिनट पर होगा. दरअसल उदया तिथि 5 अप्रैल को होने के कारण विनायक चतुर्थी का व्रत 5 अप्रैल को रखा जाएगा.
विनायक चतुर्थी के दिन बन रहे हैं खास योग (Vinayak Chaturthi 2022 Auspicious Yog)
चैत्र माह की विनायक चतुर्थी इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 7 मिनट से 4 बजकर 52 मिनट तक है. साथ ही इस अवधि में रवि योग का भी शुभ संयोग बन रहा है. इसके अलावा इस दिन सुबह 8 बजे तक प्रीति योग भी बनेगा. उसके बाद आयुष्मान योग भी बनेगा. ज्योतिष के अनुसार ये योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ हैं.
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