Vastu Tips: चौखट पर संध्या के समय बैठने को विशेष धार्मिक मान्यताओं के कारण अशुभ माना जाता है. इस समय घरेलू देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और घरेलू परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर प्रार्थना की जाती है. संध्या के समय भगवान का ध्यान और प्रार्थना करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इस समय शांति और आनंद की भावना का होना चाहिए. चौखट पर बैठकर खाना खाना, अधूरी या अविश्रांत प्रतीत होता है, जो धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ हो सकता है. इसलिए, संध्या के समय घर के अंदर ही बैठकर ध्यान, प्रार्थना, और परिवार के सदस्यों के साथ संगीत या कथा का आनंद लेना उपयुक्त माना जाता है. घर की चौखट पर संध्या के समय बैठने से जुड़ी कई मान्यताएं और व्याख्याएं हैं:
धार्मिक और वास्तु शास्त्र के अनुसार:
माता लक्ष्मी का आगमन: मान्यता है कि संध्या काल में माता लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं. चौखट को घर का प्रवेश द्वार माना जाता है, और इस समय बैठने से माता लक्ष्मी के प्रवेश में बाधा आ सकती है.
नकारात्मक ऊर्जा: शाम के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है. चौखट पर बैठने से यह ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है.
अशुभता: कुछ मान्यताओं के अनुसार, चौखट पर बैठना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह मृत्यु और अशुभता का प्रतीक माना जाता है.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से: शाम के समय मच्छर और अन्य कीड़े-मकोड़े अधिक सक्रिय होते हैं. चौखट पर बैठने से इनके काटने का खतरा बढ़ जाता है. शाम के समय हवा ठंडी हो जाती है. चौखट पर बैठने से सर्दी-जुकाम और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
चौखट पर बैठने से जुड़ी मान्यताएं और व्याख्याएं भिन्न हो सकती हैं. यह व्यक्तिगत विश्वास और पसंद पर निर्भर करता है कि आप इन मान्यताओं को मानते हैं या नहीं. अगर आप स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सोचते हैं, तो शाम के समय चौखट पर बैठने से बचना उचित है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau