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Vastu Tips for Study Room: स्टडी रूम को ज्ञान का मंदिर बनायें, वास्तु के इन टिप्स से

Vastu Tips for Study Room: वास्तु शास्त्र का मानना है कि स्टडी रूम का वातावरण सीधे आपकी एकाग्रता, सीखने की क्षमता और सफलता को प्रभावित करता है.

Updated on: 13 Feb 2024, 03:53 PM

नई दिल्ली :

Vastu Tips for Study Room: अगर आप अपने अध्ययन कक्ष के लिए वास्तु टिप्स चाहते हैं, तो सुनिए. पहले, अपने अध्ययन क्षेत्र को पूरब या उत्तर-पूर्व में स्थित करें, क्योंकि इससे शिक्षा में सफलता मिलती है. स्टडी टेबल को पश्चिम या दक्षिण में न रखें, और विद्या से संबंधित चित्रों का उपयोग करें. ध्यान रखें कि कक्षा का वातावरण स्वच्छ और शांत हो, जिससे छात्र को समर्थन मिले. वास्तु शास्त्र का मानना है कि स्टडी रूम का वातावरण सीधे आपकी एकाग्रता, सीखने की क्षमता और सफलता को प्रभावित करता है. सही दिशा, फर्नीचर का लेआउट और सजावट के चुनाव से आप अपने स्टडी रूम को ऐसी पवित्र जगह बना सकते हैं जो आपको पढ़ाई में उत्साहित करे और सफलता की राह पर ले जाए.

दिशा का महत्व:

सर्वश्रेष्ठ दिशाएँ:
उत्तर-पूर्व (ईशान कोण): ज्ञान की देवी सरस्वती का निवास माना जाता है. इस दिशा में स्टडी रूम होने से सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है और बुद्धि तेज होती है.
पश्चिम: स्थिरता और एकाग्रता का प्रतीक है. यहां पढ़ाई करने से मन भटकता कम है और फोकस बना रहता है.
पूर्व: शुभता और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी दिशा है. सुबह की ताजी हवा और प्राकृतिक प्रकाश पढ़ाई के लिए बेहद मददगार होते हैं.
बचने वाली दिशाएँ:
दक्षिण: अस्थिरता और बेचैनी की ऊर्जा ला सकती है, जिससे मन भटकता है और पढ़ाई में बाधा आती है.
दक्षिण-पूर्व: बाधाओं और परेशानियों का प्रतीक है. इस दिशा में स्टडी रूम होने से पढ़ाई में अनावश्यक विघ्न आ सकते हैं.
वास्तु के अन्य पहलू

आकार: आयताकार या वर्गाकार कमरा सबसे उपयुक्त होता है. अनियमित आकार वाले कमरे में ऊर्जा का प्रवाह बाधित हो सकता है

प्रवेश द्वार: पूर्व या उत्तर दिशा में होना शुभ माना जाता है. इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश सुगम होता है.
खिड़कियाँ: प्राकृतिक प्रकाश और हवा का आवागमन जरूरी है. खिड़कियाँ पूर्व या उत्तर दिशा में रखें, ताकि ताजी हवा और प्राकृतिक प्रकाश से कमरा सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहे.
पढ़ाई की मेज: दक्षिण या पश्चिम दीवार से सटाकर रखें. पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें. इससे एकाग्रता बढ़ती है और पॉजिटिव एनर्जी का लाभ मिलता है.
किताबें और सामान: दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें. इससे कमरा व्यवस्थित दिखता है और पढ़ाई में बाधा नहीं आती.
रंग: हल्के और शांत रंग, जैसे हरा, नीला, पीला या सफेद, एकाग्रता बढ़ाते हैं और सकारात्मक भाव लाते हैं. गहरे रंगों से बचें, क्योंकि वे मन को विचलित कर सकते हैं.
मूर्तियाँ और चित्र: देवी सरस्वती या गणेश जी की मूर्ति या चित्र लगाकर ज्ञान और विघ्नहर्ता का आशीर्वाद प्राप्त करें. प्रेरणादायक चित्र भी लगा सकते हैं, जो आपको लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: कम से कम रखें. कंप्यूटर या लैपटॉप को पूर्व या उत्तर दिशा में रखें. मोबाइल फोन और अन्य गैजेट्स को पढ़ाई के दौरान दूर रखें, ताकि उनका विकर्षण आपका ध्यान भंग न करे.
साफ-सफाई: स्टडी रूम को हमेशा साफ-सुथरा रखें. कबाड़ न जमा होने दें. साफ वातावरण एकाग्रता बढ़ाता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.
अतिरिक्त टिप्स:

कमरे में हवा शुद्ध करने वाले पौधे लगा सकते हैं, जैसे मनी प्लांट, स्नेक प्लांट या पीस लिली. कांटेदार पौधों से बचें.
पढ़ाई के दौरान शांत और एकाग्रता वाला

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