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Vastu Tips: माता-पिता के कमरे के वास्तु टिप्स जानिए, कभी नहीं बिगड़ेंगे बच्चे

Vastu Tips: माता-पिता के कमरे के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. इन टिप्स को अपनाकर माता-पिता के कमरे को भी आरामदायक, शांत और सकारात्मक बनाया जा सकता है.

Updated on: 17 Mar 2024, 03:31 PM

नई दिल्ली :

Vastu Tips: परिवार के बड़े लोगों का कमरा घर की उस दिशा में होना चाहिए जहां सुख और समृद्धि की ऊर्जा बनी रहती है. वास्तु एक ऐसी विज्ञान है जो गृह, बाग़, आदि के निर्माण में स्थापत्य कला और वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों का प्रयोग करती है. वास्तुशास्त्र उस गरीबी व धन संबंधी स्थितियों को ठीक करने के लिए उपयोगी होता है जो व्यक्ति को शुभ फल, स्वास्थ्य, धन व उत्तम जीवन की प्राप्ति में समर्थ बनाता है. माता-पिता का कमरा घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां वे आराम करते हैं, एक साथ समय बिताते हैं और अपनी निजता का आनंद लेते हैं.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ सरल टिप्स अपनाकर आप इस कमरे को और भी आरामदायक, शांत और सकारात्मक बना सकते हैं:

दिशा: दक्षिण-पश्चिम दिशा माता-पिता के कमरे के लिए सबसे शुभ मानी जाती है. उत्तर-पश्चिम दिशा भी अच्छी है, लेकिन यह बच्चों के लिए बेहतर है. उत्तर-पूर्व दिशा से बचें, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.

पलंग: पलंग को दक्षिण या पश्चिम की दीवार के साथ रखें. पलंग के सामने खिड़की या दरवाजा न हो. पलंग के ऊपर भारी वस्तुएं न रखें. पलंग के चारों ओर पर्याप्त जगह हो.

फर्नीचर: फर्नीचर को इस तरह व्यवस्थित करें कि कमरे में पर्याप्त जगह हो. भारी फर्नीचर को दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें. कमरे में बहुत अधिक फर्नीचर न रखें. 

रंग: हल्के और शांत रंगों का इस्तेमाल करें, जैसे कि सफेद, क्रीम, नीला, या हरा. गहरे रंगों से बचें, जैसे कि लाल, काला, या भूरा. 

कमरे में खिड़कियां और दरवाजे खुले रखें ताकि ताजी हवा और प्राकृतिक प्रकाश अंदर आ सके. कमरे में पौधे लगाएं. कमरे में धूप आने दें. सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सफाई करें. इन टिप्स का पालन करके आप माता-पिता के कमरे को और भी आरामदायक, शांत और सकारात्मक बना सकते हैं. वास्तु शास्त्र केवल एक मार्गदर्शक है और यह सभी परिस्थितियों में सटीक नहीं हो सकता है. माता-पिता के कमरे के लिए वास्तु टिप्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप किसी वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श कर सकते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)