Vastu Tips for Lighting Lamp at Main Door: सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान दीया जलाने का विशेष महत्व होता है. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य या फिर पूजा-पाठ, हवन आदि के दौरान दीया अवश्य जलाया जाता है. माना जाता है कि दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. धर्म शास्त्रों में भी शाम के समय दीया जलाने का खास महत्व बताया गया है. शाम के समय यानि कि संध्याकाल के वक्त दीप जलाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस समय कौन से तेल का दीपक जलाना अधिक शुभ माना जाता है? ऐसे में आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
शाम के समय किस तेल का दीया जलाना चाहिए?
शाम के समय दीपक जलाने के लिए सरसों का तेल सबसे शुभ माना जाता है. सरसों का तेल भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रिय है. इस तेल से दीपक जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव बना रहता है. इसके साथ ही सरसों, तिल या अलसी के अलावा शाम के समय महुआ के तेल का दीया भी अवश्य जलाना चाहिए. मान्यता है कि शाम के समय महुला के तेल का दीया जलाने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं, क्योंकि शास्त्रों की मानें तो महुआ का तेल भगवान शिव को अति प्रिय है. ऐसे में शाम के समय इस तेल का दीया जलाने से घर-परिवार में खुशियां आती हैं.
शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने के फायदे
शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है. धन-दौलत में वृद्धि होती है, परिवार में खुशियां आती हैं. इसके साथ ही मन शांत होता है और तनाव दूर होता है. इस बात का ध्यान रखें दीया हमेशा स्वच्छ और नए बर्तन में जलाएं और इसे जमीन पर न रखें, बल्कि एक थाली या चौकी पर रखें. दीपक को कभी भी मुंह से नहीं फूंकें. ये स्वयं बुझ जाए तो शुभ माना जाता है. दीप को तब तक जलने दें जब तक वह पूरी तरह से जल न जाए.
इस दिशा में रखें दीपक
वास्तु के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर हमेशा दाहिनी ओर दीपक रखना शुभ माना जाता है. यहां आप घी, तेल, अलसी या फिर महुआ का तेल किसी का भी लगा सकते हैं. मान्यता है कि नियमित रूप से घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में दरिद्रता का वास नहीं होता और सुख समृद्धि बनी रहती है.
Source : News Nation Bureau