Vaishakh Darsh Amavasya 2025: वैशाख दर्श अमावस्या पर बन रहे 4 महासंयोग, इन उपायों से घर में आएगी सुख समृद्धि

Vaishakh Darsh Amavasya 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार वैशाख दर्श अमावस्या 27 अप्रैल (रविवार) को पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

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Rajvant Prajapati
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Darsh Amavasya 2023

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Vaishakh Darsh Amavasya 2025: वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को 'दर्श अमावस्या' कहा जाता है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस बार यह अमावस्या 27 अप्रैल 2025 यानी रविवार को पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

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वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार दर्श अमावस्या पर 1 या 2 नहीं बल्कि 4 महासंयोग बन रहे हैं, जो जीवन में खुशहाली लेकर आएंगे. इसलिए इस दिन पूजा-पाठ करना शुभ माना जाता है. जिससे पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है. साथ ही कालसर्प दोष की पूजा भी की जाती है. इन सबसे परिवार में सुख-समृद्धि आती है. विस्तार से जानते हैं वैशाख दर्श अमावस्या के बारे में.

इस बार वैशाख महीने में बनने वाले महादुर्लभ संयोग

प्रीति योग

वैशाख दर्श अमावस्या पर देर रात तक प्रीति योग है. यह योग रात 12 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. इस योग में किए गए कार्य बहुत सफल देने वाले होते हैं.

सर्वार्थ सिद्धि योग

27 अप्रैल 2025 दिन रविवार को सर्वार्थ सिद्धि योग है. यह योग सुबह से ही बन रहा है, जो 27 अप्रैल सुबह 05:57 सोमवार (28 अप्रैल) को दोपहर 12:38 बजे तक रहेगा. यह एक शुभ योग है जो किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए बहुत अनुकूल माना जाता है.

शिववास योग

इसके साथ ही इस दिन शिववास योग भी बन रहा है. शिववास योग भी रात 01:00 बजे तक रहेगा. कहा जाता है कि यह योग बहुत फलदायी होता है. शिववास योग में महादेव की विशेष पूजा का विधान बताया गया है.

अश्विनी नक्षत्र

दर्श अमावस्या के दिन इन विशेष योगों के साथ-साथ अश्विनी नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है. इस दिन अश्विनी नक्षत्र 27 अप्रैल 2025 को सुबह 03 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगा, जबकि 28 अप्रैल 2025 को दोपहर 12 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगा.

दर्श अमावस्या के अन्य शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 04:17 से 05:00 बजे तक रहेगा.

विजय मुहूर्त – दोपहर 02:31 बजे से दोपहर 03:23 बजे तक रहेगा.

गोधूलि मुहूर्त – सायं 06:53 बजे से सायं 07:14 बजे तक रहेगा.

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11:57 बजे से रात्रि 12:40 बजे तक रहेगा.

वैशाख दर्श अमावस्या तिथि पर पिंडदान या तर्पण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा, तर्पण करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है, संतान की वृद्धि होती है और आपके घर में सुख-समृद्धि आती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

 

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