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Christmas : बाइबिल की बातों से समझें Omicron संक्रमण से बचने के संदेश  

हम जानते हैं कि बाइबिल (Bible) के कुछ तत्कालीन संदर्भ और ईसा मसीह के कुछ उपदेश कैसे मौजूदा महामारी के दौर में हमारे लिए फायदेमंद हो सकते हैं. कैसे हम उनको आज के समय के मुताबिक समझ कर अपना सकते हैं और अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं.

Updated on: 24 Dec 2021, 12:05 PM

highlights

  • कोरोना वायरस महामारी के साए में ईसाइयों के सबसे बड़े त्योहार क्रिसमस का जश्न
  • कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन, धारा 144, गाइडलाइंस वगैरह सुरक्षा उपाय लागू
  • कोरोना प्रोटोकॉल्स और गाइडलाइंस का पालन करते हुए क्रिसमस का जश्न मनाना चाहिए

New Delhi:

कोरोनावायरस के नए और बेहद संक्रामक वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच क्रिसमस को लेकर तमाम तरह की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं. लगातार दूसरी बार ईसाइयों के सबसे बड़े और दुनियाभर में मनाए जाने वाले त्योहार क्रिसमस का जश्न कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus pandemic) के साए में मनाया जाने वाला है. दुनिया भर के कई देशों में यात्रा पाबंदियां लागू हैं. वहीं देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस और ओमीक्रॉन संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी राज्यों से केंद्र ने सुरक्षा उपायों को तुरत अपनाने के लिए कहा है. इसके बाद कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन, धारा 144, गाइडलाइंस वगैरह जारी कर दी है. कुछ अन्य राज्य जल्द ही इस दिशा में सख्त कदम बढ़ा सकते हैं. देश में ओमीक्रॉन संक्रमण 300 से ज्यादा केस के साथ 16 राज्यों में पहुंच चुका है.

सावधानियों, सुरक्षा मानकों, सरकार दिशा निर्देशों और मेडिकल उपायों को अपनाकर ईसा मसीह के जन्म के उत्सव क्रिसमस को मनाने में जोश कम नहीं होना चाहिए. इसलिए विभिन्न गाइडलाइंस का पालन करते हुए क्रिसमस मनाने को लेकर सतर्क रहना चाहिए. आइए हम जानते हैं कि बाइबिल (Bible) के कुछ तत्कालीन संदर्भ और ईसा मसीह के कुछ उपदेश कैसे मौजूदा महामारी के दौर में हमारे लिए फायदेमंद हो सकते हैं. कैसे हम उनको आज के समय के मुताबिक समझ कर अपना सकते हैं और अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं.

दो हजार से ज्यादा साल पहले कहे गए उपदेशों को मौजदूा दौर के मुताबिक समझ सकते हैं -  

1. प्रभु के आगे भेंट चढ़ाने या प्रार्थना करने से पहले तुम अपने भाई से मेल-मिलाप करो. अपने प्र‍ियजनों के प्रति अगर मन में बैर-भाव हो, तो उसे त्‍यागकर ही प्रार्थना करने के सच्‍चे हकदार बन सकते हो. - घर में या उसके पास ही क्रिसमस की प्रार्थना करें और जश्न मनाएं. अपने बायो बबल का ख्याल रखें.

2. सिर्फ दूसरों को दिखाने के लिए धार्मिक काम मत करो. - ज्यादा बड़े आयोजन यानी भीड़भाड़ से बचें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.

3. जो मांगता है, वह पाता है. जो ढूंढता है, वह पाता है. जो दरवाजा खटखटाता है, उसके लिए खोला जाता है.  - सुरक्षा उपायों या दिशानिर्देशों के बारे में अपडेट रहें. स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर्स को अपनाएं. 

4. क्रिसमस ट्री सजाने को प्रकृति के साथ रहने और घर की सफाई को स्वच्छता के संदेश से जोड़कर समझें. महामारी के समय में प्रकृति का साथ और स्वच्छता का पालन सबसे जरूरी बचाव है.

5. ईसा मसीह ने शिष्यों से पूछा था, 'एक बात बताएं, स्वस्थ और बीमार व्यक्ति में से सबसे ज्यादा वैद्य की जरूरत किसे है?' सभी ने कहा, 'बीमार व्यक्ति को वैद्य की ज्यादा जरूरत है.'  इसके बाद ईसा मसीह बोले, 'मैं भी एक वैद्य ही हूं और वे गलत लोग रोगी हैं. मैं उन लोगों पर ज्यादा ध्यान देता हूं, ताकि वे गलत रास्ता छोड़कर सुधर सकें. ' - बीमार होने पर सबसे पहले डॉक्टर्स की सुझाव लें. सटीक उपाय अपनाएं.

6. आशा में प्रसन्न रहो. दुख में स्थिर रहो. - महामारी के दौर से आशा और प्रसन्नता के साथ मुकाबला करें. वहीं, दुख के इस समय में स्थिर रहें. ज्यादा मूवमेंट न करें. बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें.

7. दुनिया भर में आपदाएं अक्सर हो रही हैं, और वे पैमाने में बड़ी होती जा रही हैं, अंतिम दिनों के आगमन की अग्र-सूचना देते हुए. बाइबल कहती है, "सब बातों का अंत तुरंत होनेवाला है." (1 पतरस 4:7) - यानी महामारी के समय में घबराएं नहीं. यह बुरा समय जल्द गुजर जाएगा. 

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8. अंत में, एक बेहद जरूरी बात कि कोरोना वैक्सीनेशन जरूर करवाएं. जिन्होंने अभी तक पहली डोज भी नहीं ली हो ऐसा कोई आपके आसपास तो नहीं है- ये जरूर देखें. अगर कोई मिले तो उन्हें वैक्सीनेशन करवाने के लिए जागरूक करें. समय पर दूसरी डोज के लिए भी लोगों को प्रेरित करें. जरूरत पड़े तो उनकी मदद करें. यह भी मानवता की सेवा है. हालांकि इसकी चर्चा बाइबिल में नहीं थी.