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Tulsi Plant Care Tips( Photo Credit : News Nation)
Tulsi Plant Care Tips: तुलसी को हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है और इसे घर में रखने का बहुत महत्व है. तुलसी को 'विष्णु प्रिया' और 'माता' के रूप में पूजा जाता है और इसका सेवन स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है. तुलसी का पौधा घर में रखने से न केवल आत्मिक शांति और सुख-शांति मिलती है, बल्कि यह वास्तु के अनुसार घर को ऊर्जा से भर देता है. तुलसी पौधा घर की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है. तुलसी का प्रत्येक पत्ता गुणों से भरपूर होता है और इसके विशेष धार्मिक महत्व के कारण इसे पूजनीय माना जाता है. इसके औषधीय गुण से मिलने वाले लाभों के कारण भी तुलसी का पौधा घर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. साथ ही, तुलसी के पौधे को रखने से प्राकृतिक वातावरण में भी सुधार आता है और घर का माहौल शुद्ध और शांतिपूर्ण बनता है. इसलिए, हर घर में तुलसी का पौधा रखना बहुत महत्वपूर्ण है.
मिट्टी: तुलसी को अच्छे जल निकास वाली मिट्टी में लगाना ज़रूरी है. आप घर के बगीचे की मिट्टी, रेत और गोबर की खाद को समान मात्रा में मिलाकर मिट्टी तैयार कर सकते हैं. यदि आप मिट्टी खरीद रहे हैं, तो "तुलसी के लिए मिट्टी" (Tulsi potting mix) वाला पैकेट चुनें.
पानी: तुलसी को ज़रूरत से ज्यादा पानी न दें. मिट्टी को स्पर्श करके देखें, यदि यह सूखी महसूस हो तो ही पानी दें. सुबह या शाम के समय पानी देना बेहतर होता है, जब धूप तेज न हो. पानी देते समय ध्यान रखें कि पत्तियों पर पानी न जाए, इससे पत्तियां सड़ सकती हैं. बारिश के मौसम में तुलसी को पानी देने की ज़रूरत नहीं होती है, क्योंकि बारिश का पानी पर्याप्त होता है.
धूप: तुलसी को कम से कम 6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है. यदि आप घर के अंदर तुलसी लगा रहे हैं, तो उसे खिड़की के पास रखें जहाँ उसे पर्याप्त धूप मिले. आप धूप में तुलसी रख रहे हैं, तो उसे तेज धूप से बचाने के लिए छायादार जगह भी रखें.
खाद: तुलसी को हर 2-3 महीने में खाद दें. आप जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग कर सकते हैं. खाद डालने से पहले मिट्टी को थोड़ा खोदकर ढीला कर दें. खाद डालने के बाद मिट्टी को पानी से अच्छी तरह से भिगो दें.
छंटाई: तुलसी की नियमित रूप से छंटाई करें. मुरझाई हुई पत्तियों, फूलों और सूखे तनों को हटा दें. पौधा घना और स्वस्थ रहता है. छंटाई करते समय तेज चाकू या कैंची का उपयोग करें.
कीट: तुलसी पर एफिड्स, मकड़ी के जाले और अन्य कीटों का हमला हो सकता है. इन कीटों से बचाव के लिए नीम का पानी का छिड़काव करें. नीम का पानी बनाने के लिए, नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें.
इस पानी को स्प्रे बोतल में भरकर पौधे पर छिड़काव करें.
तुलसी के पौधे को तुलसी चौबीज, देवउठनी एकादशी या कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगाना शुभ माना जाता है. तुलसी के पौधे को घर के मुख्य द्वार के पास या पूजा घर में रखना अच्छा होता है. तुलसी के पत्तों को चाय में डालकर पीने से स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. तुलसी के पत्तों का उपयोग औषधीय और धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है.
आप घर से बाहर जा रहे हैं और 2-3 दिन तक घर नहीं आने वाले हैं, तो तुलसी के पौधे को पानी से भरे गमले में रख दें. इससे पौधा सूखने से बच जाएगा. सर्दियों में तुलसी के पौधे को ठंड से बचाने के लिए उसे घर के अंदर रखें. आप उसे खिड़की के पास या बालकनी में रख सकते हैं. तुलसी का पौधा सूखने लगे, तो उसे तुरंत पानी दें. पौधा बहुत सूख गया है, तो उसे बचाना मुश्किल हो सकता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau