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आज प्रदोष व्रत पर बन रहे ये तीन खास संयोग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

प्रदोष व्रत 14 फरवरी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग व आयुष्मान योग का शुभ संयोग बन रहा है. प्रदोष व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होगा,

Updated on: 14 Feb 2022, 07:47 AM

नई दिल्ली:

Som Pradosh Vrat 2022: शास्त्रों में प्रदोष व्रत को बेहद खास माना गया है. प्रदोष व्रत से सभी प्रकार के सुख की कामना पूरी होती है. माह में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत किया जाता है. माघ शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी, सोमवार के दिन है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस बार सोम प्रदोष व्रत पर 3 शुभ संयोग बन रहे हैं. इसके अलावा इस दिन सोम प्रदोष व्रत कथा सुनने से व्रत का पूरा फल मिलता है. 

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प्रदोष व्रत पर बन रहे ये शुभ योग-

प्रदोष व्रत 14 फरवरी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग व आयुष्मान योग का शुभ संयोग बन रहा है. प्रदोष व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होगा, जो कि अगले दिन 15 फरवरी को सुबह 07 बजे तक रहेगा. रवि योग दिन में 11 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा. इस दिन आयुष्मान योग रात 09 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। इसके बाद सौभाग्य योग शुरू होगा.

सोम प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त 2022-

माघ, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ - 06:42 पी एम, फरवरी 13
माघ, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त - 08:28 पी एम, फरवरी 14
प्रदोष काल- 06:10 पी एम से 08:28 पी एम

प्रदोष व्रत पूजा- विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें
स्नान करने के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र पहन लें
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें
अगर संभव है तो व्रत करें
भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें
भगवान भोलेनाथ को पुष्प अर्पित करें
इस दिन भोलेनाथ के साथ ही माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा भी करें. किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है
भगवान शिव को भोग लगाएं. इस बात का ध्यान रखें भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है
भगवान शिव की आरती करें 
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें