Lalita Jayanti: आज है ललिता जयंती, जानें उनकी पूजा और पाएं ये सभी लाभ

Lalita Jayanti: परंपरागत रूप से शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक मानी जाती हैं, और उनकी पूजा का मान्यता से भगवान् विश्वकर्मा के पुत्र भास्कल ने त्रिपुरासुंदरी देवी के बारे में कविता लिखी हैं. ललिता जयंती देवी ललिता के जन्म का उत्सव है.

Lalita Jayanti: परंपरागत रूप से शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक मानी जाती हैं, और उनकी पूजा का मान्यता से भगवान् विश्वकर्मा के पुत्र भास्कल ने त्रिपुरासुंदरी देवी के बारे में कविता लिखी हैं. ललिता जयंती देवी ललिता के जन्म का उत्सव है.

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Vikash Gupta
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Lalita Mata Katha

Lalita Mata Katha ( Photo Credit : News Nation)

Lalita Jayanti: देवी ललिता भारतीय परंपरा में एक महत्वपूर्ण देवी हैं. वे देवी दुर्गा के रूप में पूजित की जाती हैं और उन्हें ललिता त्रिपुरसुंदरी, श्रीराजराजेश्वरी, त्रिपुरसुंदरी, ललिताम्बिका, भवनेश्वरी, भवानी, राजराजेश्वरी, मातरः, आदिपराशक्ति, श्रीमात्रि, परामेश्वरी, त्रिपुरा, त्रिपुरभैरवपरिवेष्टिता, और महात्रिपुरसुंदरी के रूप में भी जाना जाता है. वे परंपरागत हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा की साक्षात्कार हैं और उनके अद्वितीय शक्तियों का प्रतीक हैं. देवी ललिता का संबंध महाकवि आदिशंकराचार्य द्वारा लिखित 'ललितासहस्रनाम' के साथ है, जो उनके एक हजार नामों की स्तुति है.

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परंपरागत रूप से शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक मानी जाती हैं, और उनकी पूजा का मान्यता से भगवान् विश्वकर्मा के पुत्र भास्कल ने त्रिपुरासुंदरी देवी के बारे में कविता लिखी हैं. ललिता जयंती देवी ललिता के जन्म का उत्सव है, जिन्हें त्रिपुर सुंदरी, राजेश्वरी और शोडाशी के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में, देवी ललिता को पराशक्ति या सर्वोच्च देवी माना जाता है. वह शक्ति और ज्ञान की देवी हैं, और उन्हें अक्सर एक दयालु और मातृ रूप में चित्रित किया जाता है. ललिता जयंती हर साल माघ महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है. 2024 में, ललिता जयंती 24 फरवरी को मनाई जाएगी. ललिता जयंती के दिन, हिंदू भक्त देवी ललिता की पूजा करते हैं. वे मंदिरों में जाते हैं, देवी की मूर्तियों को स्नान कराते हैं, और उन्हें फूल, फल और मिठाई चढ़ाते हैं. भक्त देवी ललिता की आरती भी गाते हैं और उनकी स्तुति करते हैं. ललिता जयंती का त्योहार हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. यह देवी ललिता के प्रति अपनी भक्ति और कृतज्ञता व्यक्त करने का समय है. यह भक्तों के लिए आध्यात्मिक विकास और ज्ञान प्राप्त करने का भी समय है. 

देवी ललिता की पूजा करने के लाभ:

आध्यात्मिक लाभ: 

ज्ञान और आत्म-जागरूकता में वृद्धि: देवी ललिता ज्ञान की देवी हैं. उनकी पूजा करने से ज्ञान और आत्म-जागरूकता में वृद्धि होती है.
मोक्ष की प्राप्ति: देवी ललिता मोक्ष की देवी हैं. उनकी पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
सकारात्मक ऊर्जा: देवी ललिता सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत हैं. उनकी पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.
मन की शांति: देवी ललिता मन की शांति प्रदान करती हैं. उनकी पूजा करने से मन शांत और स्थिर होता है.

भौतिक लाभ:

समृद्धि और धन: देवी ललिता समृद्धि और धन की देवी हैं. उनकी पूजा करने से समृद्धि और धन में वृद्धि होती है.
स्वास्थ्य और कल्याण: देवी ललिता स्वास्थ्य और कल्याण की देवी हैं. उनकी पूजा करने से स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार होता है.
सफलता और सुरक्षा: देवी ललिता सफलता और सुरक्षा की देवी हैं. उनकी पूजा करने से जीवन में सफलता और सुरक्षा प्राप्त होती है.
आध्यात्मिक और भौतिक लाभों के अलावा, देवी ललिता की पूजा करने से भक्तों को निम्नलिखित लाभ भी प्राप्त होते हैं:

इच्छाओं की पूर्ति: देवी ललिता भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती हैं.
संरक्षण: देवी ललिता भक्तों को बुराई से बचाती हैं.
मार्गदर्शन: देवी ललिता भक्तों को जीवन में सही मार्ग दिखाती हैं.
देवी ललिता की पूजा करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप किसी अनुभवी पुजारी से सलाह लें.

देवी ललिता की पूजा करने के सरल तरीके: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. अपने घर के पूजा स्थान पर देवी ललिता की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. देवी ललिता को फूल, फल, मिठाई और दीप चढ़ाएं. देवी ललिता की आरती गाएं और उनकी स्तुति करें. देवी ललिता से अपनी इच्छाओं और प्रार्थनाओं को व्यक्त करें. देवी ललिता की पूजा निश्चित रूप से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

ललिता जयंती लोकसभा चुनाव 2024 Lalita Mata Katha
      
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